मध्यप्रदेश हादसों का गढ़ बनता जा रहा है। प्रदेश में किसी न किसी दुर्घटना की खबर रोजाना सामने आ रही है। ताजा मामला खरगोन जिले का है, जहां के बागरदा गांव में हुए सड़क हादसे में 3 बैंक कर्मचारियों की मौत हो गई है। जबकि दो लोग गंभीर रुप से घायल हो गए हैं, जिनका इलाज इंदौर में चल रहा है। वहीं मरने वालों में दो बैंक कर्मचारी हिमाचल प्रदेश और एक पंजाब का रहने वाला था।
जानकारी के मुताबिक विपिन गूजर (उम्र 25) पटियाला (पंजाब), अक्षित गौतम (उम्र 26) कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) और सूरज राजपूत (उम्र 26) चपडू (रायपुर भट्टयान, हिमाचल प्रदेश) जिले के करही और सूरज कसरावद में कार्यरत थे। सभी दो दिन की छुट्टी होने के कारण इंदौर जा रहे थे। इसी दौरान बागरदा गांव के पास सड़क हादसे का शिकार हो गए। हादसे में तीन बैंक कर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दो गंभीर रुप से घायल हो गए, जिन्हें इंदौर रेफर किया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
नियमों की अनदेखी से बढ़ रहा सड़क हादसा
भारत में सुरक्षित यात्रा करने के लिए भारत सरकार ने लोगों की जीवन सुरक्षा के लिए यातायात के नियम ( Traffic rules) बनाए हैं, जिन नियमों का पालन करना हर भारतीय का परम कर्तव्य है, लेकिन वर्तमान समय में सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि इन्हीं यातायात के नियम की अनदेखी के कारण हुआ है।
सालाना डेढ़ लाख लोगों की मौत
बता दें कि भारत में दुनिया के एक फीसदी वाहन हैं, लेकिन सड़कों पर वाहन दुर्घटनाओं के चलते विश्वभर में होने वाली मौतों में 11 प्रतिशत मौत भारत में होती हैं। विश्वबैंक की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। भारत में सालाना करीब साढ़े चार लाख सड़क हादसे होती हैं, जिनमें डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है।
सड़क हादसों से हर 4 मिनट में एक मौत
रिपोर्ट के मुताबिक 'सड़क हादसों में हताहत होने वाले लोगों में सबसे ज्यादा भारत के होते हैं। भारत में दुनिया के सिर्फ एक फीसदी वाहन हैं, लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में दुनिया भर में होने वाली मौतों में भारत का हिस्सा 11 प्रतिशत है। देश में हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं और हर 4 मिनट में एक मौत होती है।'