कुदरत ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में जमकर कहर बरपाया है। दरअसल, मध्यप्रदेश के 3 अलग-अलग जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से 10 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं, जिसमें 2 बच्चियां और 2 बुजुर्ग महिलाएं शामिल हैं। सभी का इलाज अस्पताल में जारी है। पहला मामला प्रदेश के देवास जिले के सतवास थाना अंतर्गत दो अलग-अलग क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने से 4 मौत हो गई। जबकि 2 लोग गंभीर बताए जा रहे हैं। डेरिया गुड़िया गांव में खेत में काम कर रहे रामस्वरूप (24) उसकी पत्नी माया (18) और टीना बाई (19) की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हुई है।
वहीं मावली गांव की रेखा (34) ने भी बिजली गिरने से दम तोड़ दिया है। दूसरे मामले में खातेगांव में 36 साल की रेशम बाई की बिजली गिरने से मौके पर मौत हो गई। तीसरे मामले में टोंकखुर्द की रहने वाली 19 साल की रानी की भी आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक सोमवार को दोपहर बाद हुई बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से जिले में अलग-अलग क्षेत्रों से 6 मौते हुई हैं।
आगर मालवा में 3 लोगों की मौत
आगर मालवा जिले के 3 अलग-अलग हादसों में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 3 लोगों की मौत हो गई। जबकि 10 गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों का इलाज अस्पताल में जारी है। घायलों की संख्या में और भी बढ़ोतरी हो सकती है।
CM शिवराज ने जताया दुख
इधर, धार जिले में गुल्ला की भी गाज गिरने से मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि बिजली मृतक के सीधे मुंह पर गिरी थी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देवास जिले में बिजली गिरने से 6 लोगों की हुई मौत पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि देवास और आगर मालवा जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से कई अमूल्य जिंदगियों के असमय निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। विनम्र श्रद्धांजलि!
देवास एवं आगर मालवा जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से कई अमूल्य जिंदगियों के असमय निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) September 27, 2021
ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। विनम्र श्रद्धांजलि!
25 से ज्यादा मवेशियों की मौत
वहीं गुलाब तूफान के असर के चलते छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बड़ी संख्या में पशुओं की मौत हो गई है। बता दें कि दंतेवाड़ा में आकाशीय बिजली गिरने से 25 से ज्यादा मवेशियों की मौत हो गई है। दंतेवाड़ा जिले के गदापाल गांव में किसान अपने मवेशियों को चराने के लिए गए थे। सभी किसान रोज की तरह पहाड़ी इलाकों में मवेशियों को चरा रहे थे, तभी अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। इसके बाद किसान बारिश से बचने इधर-उधर खड़े हो गए, लेकिन मवेशी चरते रहे। इसी बीच अचानक तेज गड़गड़ाहट के साथ मवेशियों पर बिजली गिरी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। बारिश के कारण किसान तुरंत तो मौके पर नहीं पहुंच पाए, लेकिन जैसे ही पानी थोड़ा कम हुआ, सभी मौके पर गए। तब तक 25 से ज्यादा मवेशियों की जान चली गई थी।
तूफान हुआ कमजोर
किसानों ने बताया कि उनका जीवनयापन करने के लिए उनके गाय-बैल ही सहारा थे। मौसम विभाग के मुताबिक अब तूफान का प्रेशर कमजोर हो गया है, जो घटकर 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर पहुंच गया है। पहले माना जा रहा था ये 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ेगा। मौसम विभाग के अनुसार अगले 12 घंटे के अंदर इस तूफान के और कमजोर होने की भी संभावना है।