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बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने जशपुर कलेक्टर से मांगी रिपोर्ट, कलेक्टर ने दिए सख्त निर्देश

जशपुर जिले के बच्चों से संबंधित आवासीय संस्थान में दुष्कर्म संबंधी प्रकरण में बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष तेजकुंवर नेताम ने कलेक्टर से घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने जशपुर कलेक्टर से फोन पर चर्चा कर पीड़िता को मानसिक सहारा और परामर्श देने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने कहा है कि किसी भी स्थिति में पीड़ित बालिका या संस्था की पहचान उजागर न हो। उन्होंने मीडिया संस्थानों से इस प्रकार की घटनाओं में किसी भी स्थिति में स्थान, नाम या पहचान उजागर नहीं करने की अपील की है। 

वहीं कलेक्टर ने अपने कक्ष में जिले के सभी आश्रम-छात्रावासों में बालिकाओं की सुरक्षा को देखते हुए छात्रावासों में नियमित निगरानी बनाए रखने के लिए अधिकारियों की बैठक ली। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल, आदिम जाति विभाग के सहायक आयुक्त बी.के. राजपूत, जिला शिक्षा अधिकारी एस.एन.पंडा और जिला होमगार्ड कमांडेंट योगिता साहू उपस्थित थी।

बालिका छात्रावासों में पुरुष का प्रवेश वर्जित 

कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि छात्रावास-आश्रमों पर विशेष निगरानी बना कर रखें और संबंधित विकासखंड के क्षेत्र में आश्रम-छात्रावासों की सुरक्षा को देखते हुए निरीक्षण करने के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए हैं। ताकि आश्रम-छात्रावासों का  नियमित निरीक्षण होता रहें। उन्होंने कहा कि बालिका छात्रावास में किसी भी पुरूष को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी। 

उल्लंघन करने वालों पर FIR की कार्रवाई

छात्रावास में रहने वाली अधीक्षिका भी अपने छोटे बच्चों को छोड़कर अपने परिवार के किसी भी पुरूष सदस्यों को वहां नहीं रख सकेंगी। सभी आश्रम-छात्रावास के अधीक्षक अनिवार्य रूप से अपने निर्धारित मुख्यालय में निवास करेगें और कन्या छात्रावासों में अधीक्षिका अनिवार्य रूप से परिसर में ही उपस्थित रहेंगे। इसका कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अधीक्षिकाओं के पति को भी छात्रावास के अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। कलेक्टर ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर FIR और निलंबन की कार्रवाई होगी।

आश्रम-छात्रावास पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश

उन्होंने छात्रावास में निगरानी बनाए रखने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के लिए कहा है। साथ ही जिला होमगार्ड कमांडेंट को बालिका छात्रावास-आश्रमों में महिला होम गार्ड रखने के निर्देश दिए हैं। सभी कन्या छात्रावासों में महिलाओं कर्मचारी अधीक्षक, रसोइया, होम गार्ड, भृत्य और स्वीपर रखने के लिए कहा गया है और नियमों को कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर महादेव कावरे ने कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में जिले के प्राचार्य और विकासखंड शिक्षा अधिकारियों की बैठक लेकर आश्रम-छात्रावास पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। 

बाहरी व्यक्ति का प्रवेश प्रतिबंधित 

उन्होंने कहा कि कहीं भी गड़बड़ी पाए जाने पर इसकी सूचना तत्काल प्रशासन को देने के लिए कहा है ताकि तत्काल कार्रवाई की जा सके। इस अवसर पर पुसिल अधीक्षक विजय अग्रवाल, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग बी.के. राजपूत, जिला शिक्षा अधिकारी एस.एन.पंडा, सभी विकासखंड के बीईओ और प्राचार्य उपस्थित थे। कलेक्टर ने बैठक में स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि बालिका छात्रावासों में किसी भी बाहरी पुरुष का प्रवेश वर्जित होगा। कोई भी जनप्रतिनिधि, अधिकारी बिना अधीक्षिका के अनुमति के छात्रावास में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। छात्रावास में शाम 5 बजे के बाद किसी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। साथ ही अधीक्षिका को आश्रम-छात्रावास में रहना अनिवार्य होगा। 

आश्रम-छात्रावास में CCTV कैमरा लगाने के निर्देश

सुरक्षा के लिए परिसर में महिला होमगार्ड को रखने के निर्देश दिए हैं। बालिका आश्रम-छात्रावास में अधीक्षिका, रसोइया, भृत्य, स्वीपर और अन्य कर्मचारी भी महिला ही रहेंगे। निरीक्षण के दौरान कोई भी कर्मचारी अनुपस्थित पाया जाता है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि आश्रम-छात्रावास के बहार नियमों-निर्देशों का बड़े-बड़े अक्षरों में प्रदर्शीत करावें। ताकि बाहरी व्यक्तियों को छात्रावासों के नियमों की जानकारी हो सके। उन्होंने कहा कि आश्रम-छात्रावासों में आने-जाने वालों को रजिस्टर में एंट्री करें। साथ ही सभी आश्रम-छात्रावास में CCTV कैमरा लगाने के निर्देश दिए हैं। और आश्रम-छात्रावास में नियुक्त सभी कर्मचारियों का पुलिस विभाग से चरित्र सत्यापन करवाने के निर्देश दिए हैं।

लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई

उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर आश्रमों-छात्रावासों में निगरानी बनाए रखने के लिए महिला अधिकारियों की भी टीम गठित की गई है। जिनके माध्यम से आश्रम-छात्रावासों पर नियमित निगरानी होती रहेगी और कहीं भी गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित व्यक्तियों पर FIR के साथ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने जिले के डोड़काचौरा स्थिति प्रयास आवासीय विद्यालय, एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय बघिमा और संकल्प कोचिंग शिक्षण संस्थान और छात्रावास का निरीक्षण करके आश्रम-छात्रावासों में दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा परिसर में CCTV कैमरे की व्यवस्था, रजिस्टर का अवलोकन करके बाहर से आने-जाने वाले लोगों और कर्मचारियों की जानकारी ली और भोजन की गुणवत्ता को परखा।

मेडिकल इंजीनियरिंग की तैयारी के निर्देश

कलेक्टर ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए किसी भी बाहरी व्यक्ति को बिना अनुमति के छात्रावासों में प्रवेश न दे। उल्लंघन करने वालों की तत्काल सूचना देकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बालिकाओं की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। इसमें किसी भी प्रकार लापरवाही नहीं चलेगी। उन्होंने बच्चों की दी जाने वाली भोजन की गुणवत्ता और शैक्षणिक गतिविधियों की भी जानकारी ली। कलेक्टर और एसपी ने संकल्प शिक्षण संस्थान के बालिकाओं से रूबरू होकर के पढ़ाई के साथ अन्य सुविधाओं की भी जानकारी ली। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए लक्ष्य निर्धारित करके मेडिकल इंजीनियरिंग की तैयारी करने के लिए कहा है।

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