महासमुंद। मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाली लघु फिल्म है 'सलामत रहे हिंदुस्तान'। चरौदा के शिक्षक महेंद्र कुमार पटेल ने इस स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति से ओतप्रोत यह लघु फिल्म बनाई है। शिक्षक महेंद्र ने बताया कि लघु फिल्म बनाने का उद्देश्य लोगों में राष्ट्रीयता की भावना को पल्लवित करना है। और युवाओं को मातृभूमि की सेवा के लिए प्रेरित करना है। कोरोना संक्रमण काल के चलते इस बार भी सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो रहा है। जन-जन में देशभक्ति के जज्बे को जिंदा रखने के लिए उन्होंने इस फिल्म की परिकल्पना किया। और बहुत कम समय में देशभक्ति लघु फिल्मांकन किया।
फिल्म बनाने में CRPF के जवान ओंकारेश्वर सिन्हा और महासमुंद प्रेस क्लब अध्यक्ष, वरिष्ठ पत्रकार आनंदराम साहू का विशेष मार्गदर्शन रहा। स्थानीय कलाकारों के सहयोग से बहुत ही कम लागत में इस फिल्म का निर्माण किया गया है।
कुछ इस तरह है लघु फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी बड़ा ही मार्मिक है। एक साधारण परिवार के माता-पिता बचपन से अपने एकलौते पुत्र को सैनिक बनाने का संकल्प करते हैं। इसी उद्देश्य से बचपन से ही उसे तैयारी कराते हैं। लड़का सेना में भर्ती होता है। माता पिता का सपना साकार होता है। कुछ दिन बाद उसकी मां की तबियत अचानक बिगड़ जाती है। ड्यूटी के दौरान इसकी जानकारी मिलने पर वह छुट्टी लेकर घर वापस लौटता है।
जवान के घर पहुंचने से पहले ही रेलवे स्टेशन तक आए जवान को युद्ध की घोषणा होने की जानकारी मिलती है, उसे पुनः बुलावा आ जाता है।और वह अपनी बीमार मां से मिले बिना ही वापस ड्यूटी पर चला जाता है। इसी बीच उसकी मां का देहावसान हो जाता है। इस तरह मां से बढ़कर मातृभूमि को महत्व देने का प्रेरक संदेश फिल्म में बहुत ही शानदार प्रस्तुति से फिल्माया गया है।
इन कलाकारों की अहम भूमिका
फिल्म की एडिटिंग प्रतीक टोंड्रे ने किया है। वहीं फिल्म में प्रमुख रूप से कोमल प्रसाद लाखोटी, शिक्षक महेंद्र पटेल, राहुल पटेल, संजू मेश्राम ,अभिमन्यु साहू, दुर्गेश निर्मलकर और राजिम से समाजसेवी देवकी साहू ने अभिनय किया है। फिल्म की शूटिंग आरंग और राजिम में किया गया है, जिसे स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 14 अगस्त को रिलीज किया गया। आप भी देंखे लघु फिल्म - 'सलामत रहे हिंदुस्तान'।