महासमुंद। महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद में ऑनलाइन सेमीनार का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ ज्योति पांडे के मार्गदर्शन और हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. अनुसुइया अग्रवाल के निर्देशन में 26 जुलाई से 7 अगस्त तक आयोजन हुआ। एम. ए. हिंदी द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए यह सेमिनार आयोजित था।
इस ऑनलाइन सेमीनार का शुभारंभ सरस्वती वंदना से किया गया। सरस्वती वंदना की प्रस्तुति कुमारी जया साहू ने दी। डॉ अनुसुइया अग्रवाल ने कार्यक्रम के लिए छात्रों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि सेमिनार से छात्र विषय को बेहतर समझते हैं। विषय को प्रस्तुत करते हुए छात्रों में आत्मविश्वास बढ़ता है।
किसानों का संपूर्ण संघर्ष चित्रण
डॉ. दुर्गावती भारतीय ने कहा कि 'गोदान' उपन्यास में किसानों का संपूर्ण संघर्ष चित्रण इस तरह से हुआ है कि इसे किसान जीवन का महाकाव्य कहा जाता है। सभी साहित्यकारों और उनकी रचनाओं से हम कुछ ना कुछ सीखते हैं।डॉ. जीवन चंद्राकर ने कहा कि हिंदी साहित्य के इतिहास से, हिंदी की महान परंपरा से हम परिचित होते हैं।
छात्र-छात्राओं ने प्रस्तुत किया अपना
सीमा रानी प्रधान ने प्रयोगवादी और प्रगतिवादी काव्य का योगदान को बताते हुए कहा कि इसका भारतीय जनमानस पर गहरा प्रभाव पड़ा है। प्रथम प्रश्नपत्र उत्तरमध्यकाल से आधुनिक काल तक डॉ. जीवन चंद्राकर के मार्गदर्शन में छात्र-छात्राओं ने अपना लेख तैयार कर प्रस्तुत किए। इस प्रश्नपत्र में मध्यकालीन हिंदी साहित्य से संबंधित विषय पर आलेख प्रस्तुत किया गया।
प्रयोगवादी और प्रगतिवादी काव्य पर सेमिनार
द्वितीय प्रश्नपत्र का सेमिनार मध्यकालीन काव्य की तैयारी डॉ. अग्रवाल द्वारा कराया गया। उनके निर्देशन में छात्रों ने तुलसीदास, बिहारी, सूरदास पर भावपूर्ण आलेख प्रस्तुत किए। तृतीय प्रश्नपत्र प्रयोगवादी और प्रगतिवादी काव्य पर सेमिनार आयोजित था। जिसका अध्यापन सीमारानी प्रधान के द्वारा किया गया। उनके द्वारा छात्रों को मुक्तिबोध,अज्ञेय,नागार्जुन एवम पाठ्यक्रम में सम्मिलित द्रुत पाठ पर छात्रों से आलेख तैयार करवाया गया।
गूगल मीट पर आयोजित हुआ था वेबीनार
चतुर्थ प्रश्नपत्र गद्य साहित्य- कहानी, निबंध और उपन्यास की तैयारी डॉ. दुर्गावती भारतीय द्वारा तैयार करवाया गया। जिसमें कहानी, निबंध के साथ दो उपन्यास बाणभट्ट की आत्मकथा और गोदान के बारे में जानकारी छात्रों द्वारा दी गई। यह वेबीनार गूगल मीट पर आयोजित किया गया था। जिसका संचालन छात्रों द्वारा किया गया। हिंदी विभाग के छात्र छात्राएं बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए।