छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के रौनी में कुदरत ने जमकर कहर बरपाया है। जिले में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 60 साल की महिला की मौत हो गई है। वहीं हादसे के वक्त मृतिका के साथ डेढ़ साल का बच्चा भी था, जो गंभीर रुप से घायल हो गया है, जिसे इलाज के लिए बगीचा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। थाना प्रभारी SR भगत ने बताया कि रौनी की रहने वाली 60 साल की झालो बाई रोपा लगाने के लिए गई हुई थी, जहां से वापस घर लौटते समय शाम 5 बजे के आस-पास आकाशीय बिजली की चपेट में आ गई। जिससे उसकी मौके पर उसकी मौत हो गई। हालांकि परिजन ने महिला को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जानकारी के मुताबिक मृतिका के साथ डेढ़ साल का बच्चा खटंग राम भी था, जो बेहोश हो गया था। उसे भी बगीचा अस्पताल में उसे भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। बगीचा पुलिस ने बताया कि सुबह मृतिका के शव पंचनामा और पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन को शव सौंपा दिया गया है। इधर, राजस्व अमले को मामले की जानकारी मिलते ही तत्काल मुआवजा प्रकरण तैयार करने के निर्देश SDM ने दिए हैं।
आकाशीय बिजली गिरने पर इस तरह बचें
आकाशीय बिजली गिरने पर खुले आकाश में रहने को बाध्य हो तो नीचे के स्थलों को चुनें, एक साथ कई आदमी इकट्ठे न हो, दो आदमी की दूरी कम से कम 15 फीट हो, तैराकी कर रहे लोग, मछुवारे जितना जल्दी हो सके पानी से बाहर निकल जाए, गीले खेतों में हल चलाते, रोपनी या अन्य काम कर रहे किसानों और मजदूरों या तालाब में कार्य रहे व्यक्ति तुरंत सूखे और सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।
इन चीजों को कर लें दूर
धातु से बने कृषियंत्र, डंडा से अपने को दूर कर लें। अगर आप खेत-खलिहान में काम कर रहे हो या किसी सुरक्षित स्थान की शरण न ले पाए तो - जहां है वहीं रहे, हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख लें, दोनों पैरों को आपस में सटा लें और दोनों हाथों को घुटनों पर रखकर अपने सिर को जमीन की तरफ जितना जल्दी हो सके झुका लें। साथ ही सिर को जमीन से न छुआएं, जमीन पर कभी भी न लेंटे।
खुद को धात्विक संपर्क से बचाए
अपने घरों और खेल-खलिहानों के आस-पास कम ऊंचाई वाले उन्नत किस्म के फलदार वृक्ष समूह लगाएं, ऊंचे पेड़ के तनों या टहनियों में तांबे का एक तार स्थापित कर जमीन में काफ गहराई तक दबा दें ताकि पेड़ सुरक्षित हो जाए, मजबूत छत वाला पक्का मकान सबसे सुरक्षित स्थल है। अगर संभव हो तो अपने घरों में तड़ित चालक लगवा लें। यथा संभव खुले क्षेत्र में स्वयं को धात्विक संपर्क से बचाए रखना चाहिए।