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ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराए जाएंगे उड़ान के उत्पाद, इस तरह मंगा सकते हैं घर


कोंडागांव में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में उड़ान आजीविका केंद्र में बनाए जा रहे उत्पादों की ब्रांडिंग कर उन्हें बेहतर बाजार उपलब्ध कराकर विक्रय में तेजी लाने के लिए रणनीति पर चर्चा की गई। इसके तहत उड़ान आजीविका केंद्र में निर्मित उत्पादों को अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसे आनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कच्चे माल का उत्पादन ज्यादा से ज्यादा जिले में किए जाने के लिए स्व-सहायता समूहों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।





पूर्ण क्षमता पर उत्पादन





इन उत्पादों को लोगों तक पहुंचाने के लिए फुटकर दुकानों में भी इन्हें उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अतिरिक्त गोठानों में कार्यरत स्व-सहायता समूहों को व्यवसायिक रूप से लाभकारी गतिविधियों को बढ़ावा देकर बाजार के प्रतिस्पर्धी उत्पादों से उच्च गुणवत्ता के उत्पाद सुनिश्चित करने और उत्पादों की बेहतर आपूर्ति के लिए उत्पादन को तीव्र कर अपनी पूर्ण क्षमता पर उत्पादन के लिए कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया।





बस्तर के हस्तशिल्प को मिल रही नई पहचान, प्रोफेशनल डिजाइनरों की मदद से महिला समूह कर रहे नये-नये प्रयोग





बेजा कब्जा हटाकर गौठान की महिलाएं करेंगी सब्जी उत्पादन





इस दौरान कलेक्टर ने जिले के समस्त गोठान ग्रामों में अतिक्रमित शासकीय भूमि की पहचान के लिए सर्वे कराने के निर्देश दिए। इन बेजा कब्जा वाली भूमियों को मुक्त कराकर यहां गौठान की महिलाओं के साथ ग्राम की भूमिहीन महिलाओं को भी सब्जी उत्पादन के लिए भूमि प्रदान की जाएगी। इसके लिए सर्वे के बाद जिला स्तर पर वृहद् अभियान चलाकर 22 जुलाई से अतिक्रमित भूमिओं को मुक्त करा कर उनमें सब्जी उत्पादन शुरू किया जाएगा। इसके अतिरिक्त आवर्ती चराई और राजस्व गौठानों में हल्दी-अदरक की खेती, मछली पालन, सब्जी उत्पादन और दुग्ध उत्पादन करने पर जोर दिया। हर गौठान ग्राम में गौठान स्थलों पर मछली पालन किया जाएगा, लेकिन गौठानों में स्थल न होने पर गौठान ग्राम के एक तालाब का चयन कर वहां वैज्ञानिक विधियों से मछली उत्पादन समूह की महिलाओं द्वारा किया जाएगा।





डेयरी विकास के लिए चलाया जाएगा अभियान





जिले की स्व-सहायता समूह की महिलाओं की आय में वृद्धि करने के लिए डेयरी उत्पादों के विक्रय के लिए पशु चिकित्सा विभाग से 150 गायों का वितरण गौठान समितियों को किया जाएगा साथ ही सभी गौठानों में नेपियर घांस का उत्पादन पशुओं के चारे के लिए किया जाएगा। साथ ही स्व-सहायता समूहों को गायों के क्रय के लिए बैंक लिंकेज द्वारा ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।





वनोपज संग्रहण कर स्व-सहायता समूहों ने दिलाई नई पहचान





पूरे देश में सर्वाधिक वनोपज संग्रहण वाले जिलों में कोंडागांव अव्वल रहा है। इस वनोपज संग्रहण में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं का वृहद योगदान रहा है। जिले में कुल 400 स्व-सहायता समूह वनोपज संग्रहण से जुड़े हैं। इन महिलाओं की आय में वृद्धि के लिए वनोपजों के प्राथमिक और द्वितीयक प्रसंस्करण से महिलाओं को जोड़ने के लिए कार्य करने और 'ऐरोमेटिक कोंडानार' को गौठान भूमियों में भी संचालित करने को कलेक्टर ने निर्देशित किया।





पर्यटन से जुड़ेंगी स्व-सहायता समूह की महिलाएं





जिले में पर्यटन सर्किट के विकास के साथ स्व-सहायता समूहों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पर्यटन क्षेत्र विकास समितियों का निर्माण ग्राम स्तर पर करते हुए। समितियों से स्व-सहायता समूह की महिलाओं को जोड़ा जाएगा। साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं की भी इन समितियों के माध्यम से पर्यटन क्षेत्र विकास में भूमिका सुनिश्चित की जाएगी। पर्यटन क्षेत्र की साफ-सफाई से लेकर सुरक्षा की जिम्मेदारी इन समितियों की होगी। इसके लिए प्रशासन द्वारा समिति सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस बैठक में जिला पंचायत CEO डीएन कश्यप, डीएमएम विनय सिंह, डीपीएम नितेश देवांगन, सभी विकासखंडों के बीपीएम और यंग प्रोफेशनल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।


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