लंबे समय से कोरोना संक्रमण के कारण बंद स्कूल अब दो अगस्त से खुल जाएंगे। सबसे पहले दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं स्कूल में लगना शुरू होंगी। छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा विभाग की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने के संबंध में राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस संबंध में मंत्रालय से जारी आदेश के मुताबिक ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने की अनुमति शर्तों के आधार पर दी गई है। ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने की शर्तों के मुताबिक स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत सभी निजी और शासकीय विद्यालयों में कक्षा 10वीं-12वीं की कक्षाएं सोमवार 2 अगस्त 2021 से शुरू होगी।
स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत सभी निजी और शासकीय विद्यालयों में कक्षा एक से 5वीं और कक्षा 8वीं की कक्षाएं शुरू करने के संबंध में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए संबंधित ग्राम पंचायत और स्कूल की पालक समिति की अनुशंसा प्राप्त करना आवश्यक है। शहरी क्षेत्रों के लिए संबंधित वार्ड पार्षद और स्कूल की पालक समिति की अनुशंसा प्राप्त करना जरूरी है। उनकी अनुशंसा प्राप्त होने पर ही यह कक्षाएं सोमवार 2 अगस्त 2021 से शुरू की जा सकेंगी।
शर्तों के साथ कक्षाएं संचालन करने की अनुमति
आदेश की शर्तों के अनुसार यह कक्षाएं उन्हीं जिलों में शुरू की जाएगी, जिनमें कोरोना की पॉजिटिविटी दर 7 दिनों तक 1 प्रतिशत से कम रही हो। विद्यार्थियों को ऑफलाइन कक्षाओं में एक दिन के अंतर पर बुलाया जाएगा। मतलब रोजाना सिर्फ आधी संख्या में ही विद्यार्थी बुलाए जाएंगे। किसी भी विद्यार्थी को अगर सर्दी, खांसी, बुखार होगा तो उसे कक्षा में नहीं बैठाया जाएगा। आदेश अनुसार ऑनलाइन कक्षाएं यथावत संचालित की जाती रहेंगी। किसी भी विद्यार्थी के लिए उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी। केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी कोरोना संक्रमण से बचाव के निर्देशों का पूरी तरह पालन सुनिश्चित करना होगा। आदेश में सभी शिक्षण संस्थाओं के कमरों की साफ-सफाई ठीक प्रकार से करने को कहा गया है।
50 प्रतिशत छात्र ही होंगे उपस्थित
अंबिकापुर संयुक्त संचालक लोक शिक्षण के कुमार ने बताया है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राज्य में कोरोना की स्थिति में सुधार को देखते हुए 2 अगस्त 2021 से शालाओं का संचालन फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। प्रत्येक शाला में प्रतिदिन 50 प्रतिशत छात्र ही उपस्थित होंगे। बाकी बचे 50 प्रतिशत छात्र अगले दिन उपस्थित होंगे। शाला संचालन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किया गया है। सभी उच्च अधिकारी विशेष रूप से जिला चिकित्सा अधिकारी, जिला मिशन समन्वयक, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक और संकुल केंद्र समन्वयक आवश्यक रूप से स्कूल शुरू होने के दिन स्कूलों का खुद दौरा करेंगे।