Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

कुदरत का कहर: आकाशीय बिजली की चपेट में आने से अलग-अलग राज्यों में 78 लोगों की मौत, PM मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान


देश में कुदरत ने जमकर कहर बरपाया है। दरअसल, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश सहित देश के कई राज्यों में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 78 लोगों की मौत हो गई। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए राहत राशि की घोषणा की है। बता दें कि UP में 41 और MP में 2 दिन के अंदर आकाशीय बिजली गिरने 14 की मौत हुई है। वहीं राजस्थान के 6 जिलों में 23 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही 28 लोग घायल हो गए। सबसे ज्यादा 12 लोगों की मौत जयपुर में हुई है। ये सभी आमेर किले के वॉच टावर पर खड़े होकर मौसम का मजा ले रहे थे। आमेर किले के वॉच टावर पर जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें 9 स्थानीय और 3 पर्यटक थे। इधर, MP में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 2 दिनों में 14 की जान चली गई है। वहीं उत्तर प्रदेश में भी रविवार को आकाशीय बिजली की वजह से 41 लोगों की मौत हुई थी।





आकाशीय बिजली से बचाव के लिए सावधानी जरूरी, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जारी किया गाइडलाइन





जानकारी के मुताबिक आमेर किले और वॉच टावर पर जाने की अनुमति शाम 7 बजे तक ही है, लेकिन करीब 25 लोग रविवार रात 8 बजे तक वहां मौजूद थे । इसी बीच बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरी, जिसमें 12 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई । वॉच टावर पर ज्यादातर लोग सेल्फी लेने गए थे। आपदा प्रबंधन टीम के उप नियंत्रक जगदीश रावत ने बताया कि जहां बिजली गिरी, वहां लाइट का प्रबंध नहीं है। हादसे में घायल एक व्यक्ति ने मोबाइल से कंट्रोल रूम में सूचना दी। इसके बाद रात 8:30 बजे आपदा प्रबंधन दल और पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। अंधेरा होने के कारण पहले मोबाइल की फ्लैश लाइट से लोगों को पहाड़ियों से नीचे पहुंचाया गया । रातभर बचाव कार्य चला, जो सुबह खत्म हुआ। इस दौरान ड्रोन से भी लोगों की तलाशी की गई।





राज्यपाल ने भी जताया दुख





जयपुर के पुलिस उपायुक्त ने सोमवार सुबह 11 बजे मृतकों की संख्या के बारे में अधिकारिक पुष्टि की । उन्होंने 12 लोगों की मौत के साथ ही 10 लोगों के घायल होने की बात कही है । इधर, प्रधानमंत्री राहत कोष से मरने वालों के परिजन को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि दिए जाने की घोषणा की गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उनके परिजन को 5-5 लाख रु की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी हादसों पर शोक जताया है।





खुद को धात्विक संपर्क से बचाए






अपने घरों और खेल-खलिहानों के आस-पास कम ऊंचाई वाले उन्नत किस्म के फलदार वृक्ष समूह लगाएं, ऊंचे पेड़ के तनों या टहनियों में तांबे का एक तार स्थापित कर जमीन में काफ गहराई तक दबा दें ताकि पेड़ सुरक्षित हो जाए, मजबूत छत वाला पक्का मकान सबसे सुरक्षित स्थल है। अगर संभव हो तो अपने घरों में तड़ित चालक लगवा लें। यथा संभव खुले क्षेत्र में स्वयं को धात्विक संपर्क से बचाए रखना चाहिए।


Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.