देवों की नगरी उत्तराखंड में कुदरत ने एक बार फिर कहर बरपाया है। उत्तरकाशी के मांडो गांव में रविवार को बादल फटने से भारी तबाही हुई है। बादल फटने की वजह से 3 लोगों की मौत हो गई है। वहीं बादल फटने के बाद यहां रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया है। बादल फटने के बाद SDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। SDRF के टीम इंचार्ज जगदंबा प्रसाद ने बताया कि मांडो में बादल फटने की वजह से 3 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि चार लोग लापता भी हो गए हैं।
जानकारी के मुताबिक उत्तरकाशी में रविवार देर रात बादल फटने से इलाके के कई गांवों में पानी भर गया। बादल फटने से भागीरथी नदी समेत लोकल गाड़-गदेरे उफान पर आ गए और बाढ़ की स्थिति बन गई। इसकी वजह से मांडो, निराकोट, पनवाड़ी और कंकराड़ी के घरों में पानी भर गया। इस हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई। जबकि 4 लोग मलबे में फंसकर घायल हो गए। SDRF और आपदा प्रबंधन की टीम ने दो महिलाएं और एक बच्ची का शव बरामद कर लिया है। जिनकी शिनाख्त माधरी देवी (उम्र 42), रीतू (उम्र 38) और कुमारी ईशु (उम्र 6) के रूप में हुई है।
https://twitter.com/ANI/status/1416924680515031040?s=19
SDRF और आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर मौजूद है और उन्हीं की मदद से मलबे में फंसे गणेश बहादुर पुत्र काली बहादुर, रविन्द्र पुत्र गणेश बहादुर, रामबालक यादव पुत्र मकुर यादव को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया जा सका है। जानकारी के मुताबिक मांडो गांव में के कई मकानों में पानी घुस गया है, जिसके बाद दो घर ध्वस्त हो गए और तीन लोग इसके मलबे में दब गए थे। एसडीएम भटवाड़ी देवेंद्र नेगी ने के मुताबिक बादल फटने से गांव में गदेरे में उफान आ गया और उससे पानी और मलबा घरों पर आ गिरा।
CM धामी ने दिए बचाव कार्य के निर्देश
वहीं उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने इलाके के DM से फोन पर बात की और बचाव कार्य को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि 'रविवार शाम उत्तरकाशी जनपद के ग्राम कंकराड़ी, मांडों में अतिवृष्टि-बादल फटने की दुःखद घटना हुई है। जिला प्रशासन, SDRF, पुलिस मौके पर पहुंच गई है। DM को राहत और बचाव कार्य शीर्ष प्राथमिकता पर करने के निर्देश दिए हैं। ईश्वर से प्रभावितों की कुशलता की कामना करता हूं।'
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और पौड़ी जैसे जिलों में मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा उत्तराखंड के बाकी इलाकों के लिए भी ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। देहरादून के जिलाधिकारी आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग के साथ ही राजस्व, पुलिस, सिंचाई, लोक निर्माण सहित तमाम विभाग के अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। सभी विभागों के अधिकारियों को आपदा की स्थिति में राहत कार्य में हिस्सेदारी निभाने के आदेश हैं।
उफान पर नादियां
बता दें कि उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते ज्यादातर नदियां उफान पर हैं। गंगा, यमुना, भागीरथी, अलकनंदा, मंदाकिनी, पिंडर, नंदाकिनी, टोंस, सरयू, गोरी, काली, रामगंगा जैसी नदियां चेतावनी स्तर से थोड़ ही नीचे बह रही हैं। वहीं बीते 24 घंटे में प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई, जहां रायवाला में सर्वाधिक 120 मिलीमीटर, ऋषिकेश में 105.2 मिमी, कोटद्वार में 97 मिमी, खटीमा में 83 मिमी, मोहकमपुर में 80 मिमी, मसूरी में 70 मिमी, जसपूर में 50 मिमी और सहसपुर में 43 मिमी बारिश दर्ज की गई है।