निपुण भारत अभियान के तहत आगामी 5 सालों 2026-27 तक कक्षा तीसरी के हर बच्चे को आधारभूत शिक्षा प्रदान करने का लक्ष्य है। केंद्र सरकार शिक्षा विभाग और साक्षरता विभाग द्वारा निपूर्ण भारत अभियान का वर्चुअल उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के द्वारा केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, शिक्षा और साक्षरता विभाग की प्रमुख सचिव अनिता करवाल और सभी शिक्षा विभाग की कार्यालयों की उपस्थिति में हुआ।
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इस अवसर पर वर्चुअल मीटिंग में छत्तीसगढ़ से स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, संयुक्त संचालक संजीव श्रीवास्तव, सहायक संचालक समग्र शिक्षा डॉ. एम. सुधीश, सहायक संचालक साक्षरता प्रशांत पांडेय, कार्यक्रम समन्वयक समग्र शिक्षा आशीष गौतम और समग्र शिक्षा का समस्त स्टाफ उपस्थित था।
निपुण भारत अभियान का उद्देश्य
निपुण भारत अभियान का प्रमुख उद्देश्य खेल-खोज और गतिविधि पर आधारित शिक्षा शास्त्र बनाना, स्वतंत्र समझ के साथ बच्चों को पढ़ने-लिखने में प्रेरित करना और लिखने-पढ़ने के स्थायी कौशल बनाना। बच्चों को संख्या माप और आकार के क्षेत्र को तर्क के साथ समझने, उन्हें गणना और समस्या के समाधान में स्वतंत्र बनाना है। बच्चों को परिचत घर-मातृभाषा में शिक्षण सामग्री की उपलब्ध सुनिश्चित करना।
शिक्षा प्रशासकों का क्षमता निर्माण
शिक्षकों और शिक्षा प्रशासकों का क्षमता निर्माण करना। आजीवन सीखने की एक मजबूत नींव बनाना। पोर्टफोलियो समूह और मिल-जुलकर किए गए काम, प्रश्नोत्तरी, रोल-प्ले, खेल मौखिक प्रस्तुतीकरण छोटे टेस्ट के माध्यम से सीखना है। निपुण भारत का मिशन में आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक तक सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए एक सक्षम वातावरण बनाना है, ताकि 2026-27 तक हर बच्चा कक्षा-3 तक पढ़ने-लिखने और गणित में वांछित सीखने की क्षमता प्राप्त कर सकें और आधारभूत शिक्षा के लिए सीखने के परिणामों के विकास लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके।