Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

महासमुंद जिला आज 23 वर्ष का हुआ, 6 जुलाई 1998 को मिली थी यह सौगात


महासमुन्द जिला आज अपनी स्थापना का 23वीं वर्षगांठ मना रहा है। यह जिला अपनी सांस्कृतिक इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। यह क्षेत्र ‘सोमवंशीय सम्राट’ द्वारा शासित ‘दक्षिण कोशल’ की राजधानी थी। यह वैभवशाली पुरा नगरी है। यहां बहुत कुछ सीखने का स्थान है। यहाँ बड़ी संख्या में मंदिर-देवालय हैं,जो अपने प्राकृतिक और अद्भुत स्थापत्य कला सौंदर्य के कारण हमेशा आगंतुकों को आकर्षित करते हैं। यहाँ के मेले,त्यौहार लोगों के जीवन का हिस्सा बन गए हैं।। दक्षिण कोशल यानी वर्तमान छत्तीसगढ़ के सिरपुर की स्थिति सभी अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थलों के शीर्ष पर है। सिरपुर, छत्तीसगढ़ की जीवनदायिनी नदी पवित्र महानदी के तट पर स्थित है। यह पूरी तरह से सांस्कृतिक और स्थापत्य कला का संगम है।





कलेक्टर ने जारी किया संदेश





महासमुंद अविभाजित मध्य प्रदेश में 6 जुलाई 1998 को जिला बना। कलेक्टर डोमन सिंह ने आज जारी संदेश में ज़िला प्रशासन की और से ज़िले की जनता को बधाई और शुभकामनाएँ दी । इस मौक़े पर उन्होंने महासमुंद और पूरे छत्तीसगढ़ की सुख समृद्धि की कामना की। महासमुंद ज़िला 23 वर्ष का हो चुका है। इस दौरान ज़िले में विकास का पहिया घूम रहा है। सिंचाई के साधन, शिक्षा, चिकित्सा, विद्युत, अधोसंरचना निर्माण, पशु, वानिकी, ग्रामीण उत्थान हर क्षेत्र में काम हुए । अब ज़िले में मेडिकल कालेज, कोरोना सैंपलों की RT-PCR जांच के लिए वायरोलॉजी लैब भी खुल गयी है। हालांकि आज भी कई सुविधाओं की जरूरत बनी हुई है, बावजूद इसके विकास के पथ पर गतिमान महासमुंद जिला छत्तीसगढ़ प्रदेश में अपनी नैसर्गिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरों बनाए हुए है। ज़िले में बेहतर प्रशासन, योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हो रहा है । कृषि कॉलेज, पॉलीटेक्निक, मेडिकल कॉलेज, रेल सुविधाओं के विकास, ओवरब्रिज, अधोसरंचना का विकास हुआ ।





महासमुन्द जिले में है 1153 गांव





जिले में 5 तहसील महासमुन्द, बागबाहरा, पिथौरा, बसना और सराईपाली है। ज़िले में 551 ग्राम पंचायत और 1153 गांव हैं । इन तहसीलों या ब्लॉक में सबसे ज्यादा गांव सरायपाली ब्लॉक में है, और सबसे कम ग्राम महासमुंद ब्लॉक में है। प्रशासन द्वारा ज़िले में वैश्विक महामारी कोरोना की पहली और दूसरी लहर की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाए गए ।जिसका परिणाम बीते रविवार 4 जुलाई 2021 को कोरोना जाँच में एक भी पॉज़िटिव नही आया । ज़िले के सभी पात्र हितग्राहियों को शासन की हितग्राही मूलक योजना का लाभ दिया जा रहा है ।





राजनांदगांव का लाटमेटा बना 100% वैक्सीनेटेड गांव, घुपसाल में भी चलाया जा रहा वैक्सीनेशन अभियान





पर्यटन स्थल के लिए सिरपुर, चंडी माता मंदिर, खल्लारी, बारनवापारा अभ्यारण्य, ग्राम बोरिद स्थित धसकुड़ झरना, छेरी गोधनी की गुफा, मोहन्दी आदि प्रमुख हैं ।





जिले की शान सिरपुर





सिरपुर, छत्तीसगढ़ राज्य के महासमुंद जिले का एक गांव है। रायपुर से 78 किमी दूर और महासमुंद शहर से 35 किमी दूर है। यहां लाल ईंटों से निर्मित भारत का अद्वितीय लक्षमण मंदिर , पत्थरों से निर्मित पंचायतन मंदिर सुरंग टीला तथा तीवर देव विहार जैसी पुरातात्विक पर्यटन स्थल प्रमुख आकर्षण के केंद्र हैं। प्राचीन मंदिरों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित पुरातात्विक उत्खनन के लिए सिरपुर प्रख्यात है।





निपुण भारत अभियान : कक्षा तीसरी तक के बच्चों को 2026-27 तक आधारभूत शिक्षा का लक्ष्य





महासमुन्द से 40 किमी दक्षिण की ओर विकासखण्ड बागबाहरा में घुंचापाली गांव स्थित है चंडी मंदिर घुंचापाली। खल्लारी माता का मंदिर महासमुन्द से 25 किमी दक्षिण की ओर खल्लारी गांव की पहाड़ी के शीर्ष पर स्थित है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यहां रोपवे का भी निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।


Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.