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जिला प्रशासन के संवेदनशील प्रयास से 3 साल बाद मिला लापता बच्चा, परिवार में खुशी का माहौल


SP राजेश कुकरेजा और जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रबेस सिंह सिसोदिया महिला बाल विकास विभाग को सूचना मिली की सूरजपुर का कोई लड़का नई दिल्ली में है, जो कि बोल नहीं पाता और सुन नहीं सकता है। सूचना के आधार पर बच्चे के परिजन को खोजना एक चुनौती थी। इस काम के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा चाइल्ड लाइन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को निर्देश दिए गए और कहा गया कि वे बच्चों के माता-पिता की खोज करने की कोशिश करें।





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चाइल्ड लाइन द्वारा जांच करने पर सिलफिली के एक गांव से गोड़ परिवार से 3 साल पूर्व एक ऐसे ही बच्चे के लापता होने की सूचना मिली, जिसके बाद जिला कार्यक्रम अधिकारी चंद्रबेश सिंह सिसोदिया, संरक्षण अधिकारी प्रियंका सिंह और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ बच्चे के माता-पिता से मिलने गांव गए। जहां उन्होंने परिवार को वीडियो कॉल के द्वारा उस बच्चे से बात करवाई। जिसमें बच्चे ने अपनी छोटी बहन को पहचाना गया। इस दौरान माता-पिता, भाई बहन सभी अपने बच्चे को 3 साल बाद सकुशल देखकर बहुत ज्यादा भावुक हो गए।





नई दिल्ली में मिला बच्चा





सांकेतिक भाषा के द्वारा उसके पुष्टि करने पर बच्चे का गृह सत्यापन रिपोर्ट DCPO मनोज जायसवाल द्वारा नई दिल्ली भेज दिया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा पुलिस कप्तान राजेश कुकरेजा से बात कर एक टीम गठन के लिए सहयोग मांगा गया। तत्काल उनके द्वारा IG कार्यालय सरगुजा से अनुमति लेकर एक पुलिस अधिकारी को टीम के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए निर्देशित किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा नई दिल्ली की बाल गृह अधिकारी और बाल कल्याण समिति के चेयरमेन से निरंतर संपर्क कर अपनी टीम को मार्गदर्शन प्रदान किया।





जिला बाल संरक्षण अधिकारी को मिले थे निर्देश





वहीं 18 जून को टीम के सकुशल वापिस आने पर सभी सदस्यों का कोविड टेस्ट होने के बाद बच्चे को बाल कल्याण समिति सुरजपुर को प्रस्तुत कर उसके माता-पिता को सौंप दिया गया। गृह सत्यापन पर बालक के माता-पिता द्वारा अवगत कराया गया की बच्चा 3 साल पहले कहीं चला गया था, जिसका कहीं पता नहीं चल पाया था। दिल्ली से मिली सूचना के आधार पर तत्काल जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा बच्चे का गृह सत्यापन मनोज जायसवाल जिला बाल संरक्षण अधिकारी को करने के लिए निर्देशित किया गया।





बच्चे को माता-पिता को सौंपा





बालक का तत्काल गृह सत्यापन रिपोर्ट तैयार कर नई दिल्ली प्रेषित किया गया। पुलिस अधीक्षक से समन्वय कर दल गठित कर संयुक्त टीम जिला बाल संरक्षण इकाई से परामर्शदाता जैनेन्द्र दुबे चाइल्ड लाइन से केंद्र समन्वयक कार्तिक मजूमदार, पुलिस स्टाफ थाना जयनगर से सिदार को रवाना किया गया। संयुक्त दल द्वारा नई दिल्ली जाकर बालक जय को जिला सूरजपुर 18 जून 2021 को लाया गया और बाल कल्याण समिति सूरजपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। समिति द्वारा बालक को उनके माता पिता को सुपुर्द किया गया। बच्चे को उसकी माता को जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा उनके गृहग्राम में सुरक्षित पहुंचाया गया।





इन लोगों का रहा विशेष योगदान





बालक के घर पहुंचते ही परिवार के अन्य सदस्य, पास पड़ोस के लोग बालक से मिलने आए और सभी बहुत खुश हुये। सार्थक प्रयास से 3 साल पहले गुम हुए बालक को उसके माता-पिता से मिलाया गया। नई दिल्ली की टीम, जिला बाल संरक्षण इकाई चाइल्डलाइन, पुलिस टीम का विशेष योगदान रहा।


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