दुर्ग। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की भूपेश सरकार का ढाई साल का कार्यकाल एक माह बाद पूरा होने जा रहा है। लेकिन इन ढाई सालों में राज्य में जिस तरह भ्रष्ट्राचार पनपा है, इसी की बानगी है कि अब सरकार के एक अधिकारी को इस भ्रष्ट्राचार के खिलाफ अनशन पर बैठना पड़ रहा है। राज्यसभा सांसद और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुश्री सरोज पाण्डे ने यह बात पत्रकारों से हुई चर्चा के दौरान कही। उन्होंने कहा कि महासमुंद जिले के महिला एवं बाल विकास अधिकारी जिस प्रकार अनशन पर बैठे, भ्रष्ट्राचार की शिकायत करने पर भी कोई कार्यवाही नही होने पर उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। यह भूपेश सरकार के कार्यकाल में हो रहे भ्रष्ट्राचार की चरम सीमा की पोल खोलता है।
सरकारी अधिकारी के अनशन का पहला मामला
राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डे ने कहा कि कांग्रेस की भूपेश सरकार ने यह कैसा प्रदेश बना दिया जहाँ एक सरकारी अधिकारी ही भ्रष्ट्राचार के खिलाफ अनशन कर रहा है। संभवतः राज्य का यह पहल मामला है जब एक सरकारी अधिकारी को अनशन करना पड़ रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी सुधाकर बोदले जिन्होंने महासमुंद जिले में विभाग में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना और स्कूलों में दिए जाने वाले रेडी टू इट योजना में 2020 में हुए 30 लाख से अधिक के बड़े भ्रष्टाचार को उजागर किया है। अब उन्हें ही भ्रष्ट्र तंत्र के खिलाफ अनशन करना पड़ रहा है। यही नहीं भ्रष्ट्राचार की शिकायत करने वाले इस अधिकारी को ही अब सरकार प्रताड़ित कर रही है। यह राज्य की भूपेश सरकार के लिए अफसोसनाक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जाँच उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से करवाई जानी चाहिए । साथ ही भ्रष्ट्राचार को उजागर करने वाले अनशन पर बैठे अधिकारी को पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराई जानी चाहिए, यह भारतीय जनता पार्टी माँग करती है।
दस्तावेज करें सार्वजनिक
प्रत्येक जिले में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना एवं रेडी डू इट योजना में खरीदी की गई है । इस पूरे मामले से संबंधित दस्तावेज को भारतीय जनता पार्टी सार्वजनिक करने की मांग करती है। साथ ही भाजपा महिला मोर्चा मंडल स्तर पर इस भ्रष्टाचार के मामले के खिलाफ जन आंदोलन करेगी।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में कांग्रेस की भूपेश सरकार ने अपने ढाई साल के कार्यकाल में प्रदेश को भ्रष्ट्राचार के रंग में ऐसा रंग दिया है कि यह राज्य सरकार कांग्रेस पार्टी के लिए एक फांयनेंसर की भूमिका निभा रही है। हाल ही में हुई असम विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कांग्रेस ने वहाँ का प्रभारी बनाकर भेजा। जहाँ उन्होंने भ्रष्ट्राचार के पैसे की गंगा बहा दी। लेकिन उसके बाद भी वहाँ जीत हासिल नहीं कर सके। यही नहीं भूपेश बघेल सरकार कांग्रेस पार्टी के लिए फायनेंसर का काम कर रही है। राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डे ने कहा कि कांग्रेस की भूपेश सरकार का पिछले ढाई साल का मूल्यांकन किया जाए तो यह एक असफल और भ्रष्ट्र सरकार के रूप में जनता से सामने है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल में दूरदर्शिता की कमी है यही कारण है कि आज पूरा प्रदेश बेहाल है। भ्रष्ट्राचार को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होनें प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री को पद से हटाए जाने की माँग भी की। वर्चुअल प्रेसवार्ता में पुर्व मंत्री एवं प्रदेश उपाध्यक्ष सुश्री लता उसेंडी और महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती शालिनी राजपूत भी उपस्थित रही।