ताऊते तूफान का तांडव भारत के कई तटीय क्षेत्रों में जारी है। वहीं ताऊते चक्रवात सोमवार को मुंबई से गुजरा था, उस वक्त एक जहाज 'बार्ज P305' मुंबई हाई में फंस गया था। इस जहाज पर कुल 273 लोग सवार थे। अब इस जहाज के डूबने की खबर सामने आई है। बड़े स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर 146 लोगों को बचा लिया गया है। हालांकि जहाज में सवार बाकी 171 लोगों को लेकर अभी जानकारी सामने नहीं आई है। जहाज को बचाने के लिए पहले से अलर्ट नौसेना ने पूरी कोशिश की। इसके रेस्क्यू के लिए आईएनएस कोच्चि को रवाना किया गया। लेकिन हालात बहुत प्रतिकूल थे। समुद्र में ऊंची ऊंची लहरें उठ रही थीं और तेज हवाएं चल रही थीं। इस लए रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही थीं। बाद में आईएनएस कोलकाता ने भी इस अभियान में हिस्सा लिया।
चक्रवाती तूफान ताऊते के दौरान 17 मई को इंडियन नेवी को कुल 4 SOS कॉल थे। बार्ज P305 में कुल 273 लोग सवार थे। इसमें फंसे लोगों को बचाने के लिए INS कोची और INS कोलकाता युद्ध नौका के साथ दूसरी सपोर्ट वेसल की मदद ली जा रही है। अभी तक 146 लोगों को सुरक्षित निकाला जा सका है। अभी खबर आई कि बार्ज डूब गया है। बार्ज 'Gal Constructor' पर कुल 137 लोग सवार थे। इस पर फंसे लोगों को बचाने के लिए इमरजेंसी टोइंग वेसल 'वाटर लिली' और दो सपोर्ट वेसल के साथ कोस्टगार्ड की CGS सम्राट भी पंहुचा है। आयल रिग सागर भूषण पर 101 लोग फंसे हैं। उन्हें बचाने के लिए आईएनएस तलवार रवाना हुआ है। बार्ज SS-3 जिसपर 196 लोग सवार हैं। मौसम साफ होते ही SAR आपरेशन के लिए नौसेना के P81 निगरानी एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जाएगी।
वहीं मौसम विभाग ने आधी रात के बाद ट्वीट किया है, जिसमें बताया गया है कि ताऊते अब काफी गंभीर चक्रवाती तूफान से कमजोर होकर गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। चक्रवाती तूफान ताऊते मुंबई के नजदीक से निकलकर 185 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गुजरात की ओर बढ़ गया है, मौसम विभाग के मुताबिक, तूफान अपने सबसे उग्र रूप में मुंबई के समानांतर से गुजरा है। इस दौरान मुंबई में 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। दक्षिण मुंबई के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है।
सबसे विनाशकारी चक्रवात
मौसम विभाग ने कहा कि एक भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। ताऊते वर्तमान समय में गुजरात तट के पास स्थित है। आईएमडी ने कहा था कि इसके टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और यह अगले दो घंटे जारी रहेगी। आईएमडी ने ट्वीट कर कहा था कि चक्रवात का केंद्र अगले तीन घंटे में सौराष्ट्र तट को पार करते हुए पूर्वी दीव की तरफ बढ़ेगा। गुजरात मौसम केंद्र की सहायक निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा हम उम्मीद करते हैं कि चक्रवात गुजरात तट से अगले दो घंटे के भीतर गुजर जाएगा। उन्होंने कहा कि चक्रवात तौकते गुजरात में पिछले 23 साल में टकराने वाला सबसे विनाशकारी चक्रवात है जोकि केंद्र शासित दीव और भावनगर जिले के महुवा शहर के बीच कहीं टकराएगा। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने चक्रवात के टकराने की पुष्टि करते हुए गांधनगर में संवाददाताओं से कहा कि तटीय जिलों अमरेली, जूनागढ़, गिर-सोमनाथ और भावनगर में 150 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और ये जिले चक्रवात से सर्वाधिक प्रभावित होंगे।
साल 1998 के चक्रवात में हुई थी 1 हजार से ज्यादा लोगों की मौत
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने रूपाणी को फोन किया और चक्रवात से निपटने के लिए राज्य सरकार की तैयारियों के बारे में जानकारी ली। 9 जून, 1998 को गुजरात में आए एक बड़े चक्रवात से व्यापक क्षति हुई थी और बड़ी संख्या में लोगों की मौतें हुई थीं, विशेष रूप से कांडला के बंदरगाह शहर में। वहीं आधिकारिक आंकड़ों ने तब मरने वालों की संख्या 1,173 बताई थी, जबकि 1,774 लापता हो गए थे। एक प्रमुख समाचार पत्रिका ने तब दावा किया था कि इसमें कम से कम 4,000 लोग मारे गए थे और अनगिनत लापता हो गए थे क्योंकि शव समुद्र में बह गए थे।
ताऊते तूफान से अब तक 8 लोगों की मौत, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
भारतीय नौसेना ने सोमवार को मुंबई तट पर दो नौकाओं पर सवार 410 लोगों को बचाने के लिए संदेश मिलने के बाद अपने तीन अग्रिम पंक्ति के युद्धपोतों को तैनात किया। इन दो नौकाओं की सहायता के लिए तैनात पोतों में आईएनएस कोलकाता, आईएनएस कोच्चि और आईएनएस तलवार शामिल हैं। नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मढवाल ने कहा,बॉम्बे हाई इलाके में हीरा ऑयल फील्ड्स तट से नौका ‘पी 305’ के दूर जाने की सूचना मिलने पर आईएनएस कोच्चि को बचाव एवं तलाश अभियान के लिए रवाना किया गया। नौका पर 273 लोग सवार थे। ऑयल फील्ड मुंबई से करीब 70 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में है।