छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Health Minister TS Singhdeo ) ने कोवैक्सीन को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Harshvardhan replied to TS Singhdeo latter) को चिट्ठी लिखा था। साथ ही भारत बायोटेक की वैक्सीन नहीं भेजने की बात कही थी। इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने उन्हें चिट्ठी लिखकर जवाब दिया है।
हर्षवर्धन ने चिट्ठी में साफ लिखा है कि वैक्सीन को भारतीय ड्रग कंट्रोलर (DCGI) यानी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया द्वारा प्रीक्लीनिकल और क्लीनिकल ट्रायल में आए डेटा के आधार पर रिस्ट्रिक्टेड इमरजेंसी यूज की मंजूरी दी है।
यह भी पढ़ें:- दो सरपंचों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश जारी, एक सचिव भी निलंबित
मंजूरी के बाद ही वैक्सीन बनाई और दी जा रही है। ऐसी मंजूरी न सिर्फ भारत बायोटेक की कोवेक्सीन बल्कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड को भी दी गई। वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है।
मंजूरी मिलने के बाद भेजी गई कोवैक्सीन
हर्षवर्धन (Harshvardhan replied to TS Singhdeo latter) ने कहा कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की मंजूरी के बाद ही भारत में वैक्सीन दी जा रही है। इसके अलावा वैक्सीन के लेबल पर एक्सपायरी डेट के बारे में पूरी जानकारी है। इसलिए ये कहना की एक्सपायरी की तारीख नहीं है ये गलत है। ये वैक्सीन बाकी जगह भी भेजी जा रही है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्र सरकार को लिखा था पत्र
बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई कोवैक्सीन को छत्तीसगढ़ में नहीं भेजे जाने का पत्र केंद्र सरकार को लिखा था। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को पत्र लिखकर कहा है की कोवैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल का परिणाम अभी नहीं आया है। इसलिए भारत सरकार कोवैक्सीन छत्तीसगढ़ में न भेजे।
यह भी पढ़ें:- वेलेंटाइन वीक मनाने प्रेमी पहुंचा शादीशुदा प्रेमिका के घर, पति ने दोनों को उतारा मौत के घाट
छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्र को यह भी बताया है की प्रदेश में अब तक 1 लाख 67 हजार 852 हेल्थ केयर वर्कर्स को पहली दी जा चुकी है। करीब 61 प्रतिशत हेल्थ वर्करों को वैक्सीन देने का काम पूरा कर लिया गया है। जबकि छत्तीसगढ़ सरकार अब उन लोगों को भी कोविशील्ड वैक्सीन लगाने की तैयारी कर रही है, जिन्हें अब तक वैक्सीन नहीं लग पाई है।
पत्र में कही गई है ये बातें
पत्र में कहा गया है कि हम कोवैक्सीन का इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसका जब तक तीसरे चरण के ट्रायल का परिणाम न आ जाये तब तक इसे ना भेजा जाए। छत्तीसगढ़ में अब तक पहली खेप में 37760 कोवैक्सीन आ चुकी। जबकि मार्च में दूसरी खेप में एक लाख 49 हजार कोवैक्सीन केंद्र सरकार भेजने वाली है। अब तक जो भी कोवैक्सीन प्रदेश में आई है उसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।