महासमुंद। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना (Godhan Nyay Yojana) के अंतर्गत जिले में तृतीय चरण में बनाए गए 32 नए गौठानों में गोबर खरीदी का कार्य सोमवार यानी 22 फरवरी शुरू हो गया है।
तृतीय चरण में बनाए गए गौठानों में महासमुंद विकासखंड के 02 गौठान ग्राम इनमें छिंदौली और सिंघनपुर, बागबाहरा के 02 कुलिया और खम्हारमुड़ा, पिथौरा के 09 बरनईदादर कुदारीदादर, सीतापुर तरेकेला, अंसुला, गोड़बहाल, अरण्ड सोनासिल्ली और कोटादादर बसना विकासखंड के 08 गौठान जमदरहा मुनगाडीह, कलमीदादर, कुदारीबाहरा, कपसाखुटा सहित दुर्गापाली शामिल है।
32 गौठानों की एंट्री
इसी तरह सरायपाली विकासखंड के 13 गौठान ग्राम इनमें भगत सरायपाली, अंतरझला, तोषगांव, आंवलाचक्का, केजुवां जंगलबेड़ा, परसकोल, कोकड़ी, समदरहा, चिवराकुटा, रेहटीखोल, घाटकछार और बलौदा में गोबर खरीदी शुरू की गई है। उप संचालक कृषि एस.आर. डोंगरे ने बताया कि इन सभी 32 गौठानों की एंट्री गोधन न्याय योजना पोर्टल में की गई है। इसके साथ ही गौठान के नोडल और सचिव का भी एंट्री किया गया है।
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वहीं गौठान समिति और नोडल अधिकारी सचिव की मैपिंग कर इन सभी गौठान में गोबर खरीदी शुरू की गई है। गोधन न्याय योजना (Godhan Nyay Yojana) राज्य सरकार राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। कलेक्टर डोमन सिंह (Collector Doman Singh) और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रवि मित्तल इसकी सतत निगरानी कर रहे हैं। कलेक्टर हर बैठक में कृषि से जुड़ें संबंधित विभाग के अधिकारियों से गोबर खरीदी और वर्मी कम्पोस्ट खाद विक्रय के बारे में लगातार पूछते रहते हैं।
कृषि अधिकारी ने दी जानकारी
जिले में अब तक 2500 क्विंटल से ज्यादा सरकारी और निजी संस्थानों द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद का क्रय किया है। कृषि अधिकारियों ने बताया कि गोधन न्याय योजना (Godhan Nyay Yojana) की शुरूआत हरेली पर्व के अवसर पर 20 जुलाई 2019 से हुई। प्रदेश के सभी गौठानों में 2 रूपए की दर से गोबर की खरीदी की जा रही है। गौठानों में गौवंशी और भैंसवंशी पशुपालकों से शासन के निर्धारित दर से खरीदी की जा रही है। साथ ही 15 दिन में गोबर खरीदी का भुगतान भी हो रहा है।
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योजना की शुरूआत से अब तक 9900 पशुपालकों से जिले में एक लाख 51 हजार 554 क्विंटल से ज्यादा गोबर की खरीदी की जा चुकी है। जिस पर 241.319 लाख रूपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। महिला समूह द्वारा 3212 क्विंटल से ज्यादा वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन किया। जिले में सरकारी और निजी संस्थानों और किसानों द्वारा लगभग 2500 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद की खरीदी की गई है। जिसके एवज में लगभग 25 लाख रूपए की राशि प्राप्त हुई है।