अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम (Premasai Singh Tekam News) गुरुवार को बलरामपुर-रामानुजगंज के पेंडारी में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि सामाजिक कुरीतियों रोकने में सामूहिक विवाह महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। बता दें कि कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 85 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया।
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मंत्री टेकाम (Minister Premasai Singh Tekam) ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में नवविवाहित 85 जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह सहायता योजना का उद्देश्य परिवारों को कन्या के विवाह के संदर्भ में होने वाली आर्थिक कठिनाइयों का निवारण, विवाह के अवसर पर होने वाले फिजूलखर्ची को रोकना है। साथ ही सादगीपूर्ण विवाहों को बढ़ावा, सामूहिक विवाहों के आयोजन के माध्यम से आत्मसम्मान में वृद्धि और उनकी सामाजिक स्थिति में सुधार, बाल-विवाह और विवाहों में दहेज के लेन-देन की रोकथाम करना है।
मंत्री ने कहा (Premasai Singh Tekam News) कि मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना अंतर्गत राशनकार्ड धारी परिवार की 18 साल से ज्यादा आयु की अधिकतम दो कन्याओं को मुख्यमंत्री कन्या विवाह (mass marriage) योजना का लाभ दिया जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह सहायता योजना के अंतर्गत नव दंपतियों को 14 हजार रुपए की उपहार सामग्री, वर-वधु के लिए 5 हजार रुपये की श्रृंगार सामग्री, वधु को बैंक ड्राफ्ट के रूप में एक हजार रुपए और सामूहिक विवाह आयोजन की तैयारी के लिए 5 हजार रुपए प्रति कन्या प्रदान किया।
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मुख्यमंत्री विवाह योजनांतर्गत विधवा, अनाथ, निराश्रित, कन्याओं को शामिल किया गया है। इस अवसर नवदंपतियों के परिजन सहित महिला बाल विकास विभाग, विकासखंड स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी और स्थानीय नागरिक भी उपस्थित रहे।
बता दें कि प्रशासन द्वारा जिले के अन्य विकासखंडों में आगे भी सामूहिक विवाह का आयोजन कर विवाह के इच्छुक 18 साल पूरी कर चुके युवक-युवतियों को लाभान्वित किया जाएगा।