रायपुर : खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में 11 जनवरी 2021 तक छत्तीसगढ़ में 66 लाख 75 हजार मीट्रिक धान की खरीदी (paddy purchase update) की गई है। अब तक राज्य के 16 लाख 47 हजार किसानों ने समर्थन मूल्य पर धान बेचा है।

वहीं राज्य के मिलरों को 21 लाख 87 हजार 736 मीट्रिक टन धान का D.O. जारी किया गया है, जिसके तहत मिलरों द्वारा अब तक 18 लाख 74 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है। बता दें कि धान खरीदी का आज 45वां दिन है। छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू हुई थी।
खरीफ वर्ष 2020-21 में 11 जनवरी 2021 तक छत्तीसगढ़ के इन जिलों में हुई इतनी धान खरीदी (paddy purchase update)
- बस्तर जिले में 87 हजार 478 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- बीजापुर जिले में 42 हजार 898 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- दंतेवाड़ा जिले में 9 हजार 450 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- कांकेर जिले में 2 लाख 6 हजार 814 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- कोंडागांव जिले में 97 हजार 854 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- नारायणपुर जिले में 13 हजार 17 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- सुकमा जिले में 25 हजार 386 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- बिलासपुर जिले में 3 लाख 52 हजार 571 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- गौरेला-पेंड्रा-मरवाही 51 हजार 322 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- जांजगीर-चांपा जिले में 6 लाख 48 हजार 326 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- कोरबा जिले में 84 हजार 556 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- मुंगेली जिले में 2 लाख 77 हजार 300 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- रायगढ़ जिले में 4 लाख एक हजार 380 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- बालोद जिले में 4 लाख 5 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी
- बेमेतरा जिले में 4 लाख 66 हजार 104 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- दुर्ग जिले में 3 लाख 8 हजार 378 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- कवर्धा जिले में 3 लाख 25 हजार 231 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- राजनांदगांव जिले में 5 लाख 54 हजार 540 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- बलौदाबाजार जिले में 4 लाख 48 हजार 761 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- धमतरी जिले में 3 लाख 23 हजार 862 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- गरियाबंद जिले में 2 लाख 36 हजार 341 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- महासमुंद जिले में 4 लाख 53 हजार 665 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- रायपुर जिले में 3 लाख 77 हजार 719 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- बलरामपुर जिले में एक लाख एक हजार 165 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- जशपुर जिले में 73 हजार 874 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- कोरिया जिले में 78 हजार 852 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- सरगुजा जिले में एक लाख 3 हजार 593 मीट्रिक टन धान की खरीदी
- सूरजपुर जिले में एक लाख 19 हजार 671 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है।
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धान खरीदी के लिए बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है सुनिश्चित (paddy purchase update)
वहीं खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में धान खरीदी के लिए छत्तीसगढ़ में बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। राज्य में अनुमानित धान उपार्जन 89.00 लाख मे. टन के लिए लगभग 4.45 लाख गठान बारदानों की आवश्यकता संभावित है। वर्तमान में लगभग 67.35 लाख मे. टन धान का उपार्जन किया जा चुका है। 89 लाख मे. टन धान के अनुमानित उपार्जन के विरूद्ध लगभग 21.65 लाख मे. टन का उपार्जन किया जाना शेष है।
बारदाने प्राप्त होने की पूर्ण संभावना
शेष धान के उपार्जन के लिए लगभग 1.08 लाख गठान बारदानों की आवश्यकता होगी। जिसके विरूद्ध वर्तमान स्थिति में लगभग 53 हजार गठान बारदाने उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त कस्टम मिलिंग के लिए धान के उठाव से लगभग 35 हजार गठान मिलर बारदानें प्राप्त होने हैं। वर्तमान में धान के उठाव से लगभग 10 से 12 हजार गठान मिलर बारदाने हर हफ्ते प्राप्त हो रहे हैं, अतः धान खरीदी की शेष अवधि में 35 हजार गठान मिलर बारदाने प्राप्त होने की पूर्ण संभावना हैं। साथ ही लगभग 10 हजार गठान एचडीपीई/पीपी बारदानों की नवीन आपूर्ति भी होनी हैं।
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वर्तमान में लगभग 5 हजार गठान एचडीपीई/पीपी बारदाने हर हफ्ते प्राप्त हो रहे हैं, अतः धान खरीदी की शेष अवधि में 10 हजार गठान एचडीपीई/पीपी बारदाने प्राप्त होने की पूर्ण सम्भावना हैं। इसी तरह पीडीएस दुकानों से 10 हजार गठान बारदानों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिलों की मांग के मुताबिक चावल के अग्रिम भंडारण-वितरण की अनुमति प्रदान की जा रही है। इस प्रकार कुल 1.08 लाख गठान बारदानों की आवश्यकता के विरूद्ध शत-प्रतिशत बारदानों की आपूर्ति राज्य शासन द्वारा सुनिश्चित की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त जूट कमिश्नर के माध्यम से लगभग 36 हजार गठान नये जूट बारदाने भी अपेक्षित हैं।
बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था
इस व्यवस्था के बावजूद भी अगर किसी समिति में बारदानों की आवश्यकता उत्पन्न होती है, तो इस के लिए किसान बारदानों में धान खरीदी की अनुमति भी राज्य शासन द्वारा प्रदाय की गई है। इस प्रकार धान खरीदी के लिए राज्य में बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।