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सीएम भूपेश बघेल ने किया IIT भिलाई के शैक्षणिक कारिडोर का भूमिपूजन, कहा - भिलाई की शान में एक और सितारा जड़ा

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दुर्ग । सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने बुधवार को IIT (Indian institute of technology) भिलाई के शैक्षणिक क्षेत्र कारिडोर का भूमिपूजन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि 'आईआईटी ऐसी टेक्नोलॉजी पर काम करें जिससे कृषि आधारित उद्योगों की लागत कम हो सके, एथेनॉल प्लांट की कास्ट कटिंग पर की गई ऐसी रिसर्च छत्तीसगढ़ के लिए उपयोगी हो सकती है।'





कार्यक्रम के दौरान सीएम बघेल ने यह भी कहा कि भिलाई की शान में एक और सितारा जुड़ गया है। पंडित जवाहर लाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) की वजह से इस भिलाई शहर की दुनिया भर में शान, मान और अभिमान है। पंडित नेहरू द्वारा शुरू किए गए आईआईटी की यह श्रृंखला भिलाई तक पहुंची है। भिलाई देश का तेईसवां आईआईटी है। यह हमारा गौरव है।





'IIT के माध्यम से छत्तीसगढ़ में मिलेगा रिसर्च को बढ़ावा'





मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल में सबसे पहले सुपर स्ट्रक्चर पर ईंट रखी। यह ब्रिक लेयिंग सेरेमनी का हिस्सा होता है। इसके बाद कार्यक्रम स्थल से मुख्यमंत्री ने शिला पट्ट और थ्री-डी मॉडल का अनावरण किया। इस अवसर पर आईआईटी के फर्स्ट फेज के डिजाइन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि आईआईटी के माध्यम से छत्तीसगढ़ में रिसर्च को बढ़ावा मिलेगा, जो यहां लौह आधारित उद्योगों के लिए काफी उपयोगी होगा। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश में धान आधारित एथेनाल उद्योग पर काम करने वाले हैं।





IIT परिसर का निर्माण 2022 तक हो जाएगा पूरा





सीएम ने कहा कि आईआईटी में अगर इसकी कास्ट कटिंग पर कोई रिसर्च होता है तो इस उद्योग के लिए यह काफी उपयोगी होगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाले राज्यों के लिए आईआईटी इस तरह के रिसर्च मॉडल विकसित करे। उन्होंने उम्मीद जताई है कि आईआईटी परिसर का निर्माण 2022 तक पूरा हो जाएगा और यह संस्थान हर मायने में उपयोगी होगा।





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मुख्यमंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी अनेक तरीकों से जीवन बदलती है, पहले एलुमिनियम काफी महंगी वस्तु होती थी अब यह सुलभ है। इलेक्ट्रॉनिक घड़ियां काफी महंगी होती थी अब ये काफी सस्ती है। आईआईटी के माध्यम से छत्तीसगढ़ में भी विकास की नई संभावनाएं पैदा होंगी। इस मौके पर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू (Minister Tamradhwaj Sahu) ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने भिलाई स्टील प्लांट की सौगात हमारे प्रदेश को दी। इससे तेजी से विकास के रास्ते खुले। आईआईटी भिलाई के माध्यम से भी छत्तीसगढ़ में विकास की नई संभावनाएं खुलेंगी।





मंत्री रविंद्र चौबे ने सीएम बघेल को दिया सफलता का श्रेय





कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे (Minister Ravindra Chaubey) ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नीतियों की वजह से कोरोना काल में भी छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी रही। उन्होंने कहा कि किसानों को खुशहाल करने के माध्यम से हर वर्ग को खुशहाल किया जा सकता है यह नीति सफल रही, इसका श्रेय मुख्यमंत्री को जाता है।





छात्रों को सर्वोत्तम प्लेटफार्म उपलब्ध कराएगा IIT





उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल (Minister Umesh Patel) ने कहा कि आईआईटी जैसी संस्थाएं कास्ट कटिंग पर रिसर्च करें। छत्तीसगढ़ में जहां लौह उद्योग की संख्या काफी है। आईआईटी का यह रिसर्च वरदान साबित हो सकता है। पीएचई मंत्री गुरु रुद्रकुमार (Minister Guru Rudra Kumar) ने कहा कि भिलाई आईआईटी के माध्यम से टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के लिए नई संभावनाएं बनती रहेंगी। यह संस्थान हमारे प्रतिभाशाली छात्रों को सर्वोत्तम प्लेटफार्म उपलब्ध कराएगा।





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आईआईटी के डायरेक्टर रजत मूना (IIT Director Rajat Moona) ने संस्थान की विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 18 लेक्चर हाल और क्लास रूम बनाए जाएंगे। इंजीनियरिंग और साइंस डिपार्टमेंट के साथ ही लाइब्रेरी, आईटीआईएल बिल्डिंग और आब्जर्वेटरी टावर भी बनाए जाएंगे। इसके साथ ही तीन हॉस्टल और तीन रेसीडेंशियल टावर भी बनेंगे। इस मौके पर राज्यसभा सांसद सरोज पांडे, भिलाई विधायक और महापौर देवेंद्र यादव, कलेक्टर सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे, एसपी प्रशांत ठाकुर और शहर के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।


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