छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के किस्टाराम क्षेत्र में IED की चपेट में आए डिप्टी कमांडेंट विकास कुमार की इलाज के दौरान मौत हो गई है। बता दें कि उनका इलाज रायपुर में चल रहा था। डॉक्टरों के मुताबिक डिप्टी कमांडेंट की मौत रात एक बजे के आस-पास हुई है। वहीं शहीद कमांडेंट विकास कुमार को श्रद्धांजलि देने के बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके गृह ग्राम रवाना किया जाएगा।
सुकमा जिले में बीते 15 दिनों के अंदर नक्सली विष्फोट की घटनाओं में CRPF के दो अधिकारी शहीद हो चुके हैं। शहीद विकास कुमार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरपुर के रहने वाले थे। उनके परिवार में पत्नी के अलावा एक 1 साल का बेटा और 4 साल की बेटी भी है।
13 दिसंबर की घटना
बता दें कि रविवार को किस्टाराम थाना क्षेत्र में नक्सलियों के लगाए आईईडी की चपेट में आने से सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट विकास कुमार सहित 3 जवान घायल (3 CRPF jawans injured due to IED Blast in sukma) हो गए थे, जिन्हें इलाज के लिए रायपुर ले जाया गया था।
नक्सलियों ने किया IED ब्लास्ट, एक जवान गंभीर रूप से घायल
जानकारी के मुताबिक सुकमा जिले के किस्टाराम में CRPF कोबरा बटालियन 208 के जवान सर्चिंग पर निकले थे।जहां नक्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने की नीयत से IED फिट किया था, जिस पर जवानों की नजर पड़ गई।इसके बाद जवानों ने सावधानीपूर्वक IED को निष्क्रिय करने की कोशिश की, लेकिन इसी बीच अचानक IED ब्लास्ट हो गया, जिसकी चपेट में आने से CRPF कोबरा बटालियन 208 का दो जवान और एक असिस्टेंट कमांडेंट अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
वहीं शनिवार को ही नारायणपुर जिला मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर नक्सलियों ने IED (IED blast in Narayanpur CG) ब्लास्ट किया था। इस चपेट में आने से एक जवान घायल हो गया। ITBP 53 बटालियन के जवान सड़क सुरक्षा के लिए निकले थे। जहां कोसा सेंटर की पहाड़ी पर नक्सलियों ने ब्लास्ट कर दिया। इस घटना में घायल जवान को नारायणपुर लाया गया, जहां जवान की हालत बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए रायपुर रेफर कर दिया गया।
पहले भी एक जवान की जा चुकी है जान
28 नवंबर को नक्सली ब्लास्ट में सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट नितिन भालेराव शहीद हो गए थे, उनके साथ अन्य जवान भी घायल थे। बुर्कापाल कैंप से 6 किलोमीटर की दूरी पर देर शाम जब जवान, ताड़मेटला गांव के करीब जंगल में थे, तब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया था।