देश में रेप की घटना बढ़ती ( incidence of rape cases in india ) ही जा रही है। रोजाना देश के अलग-अलग राज्यों से दुष्कर्म की खबरें सामने आती रहती है। ताजा मामला बिहार के कैमूर (Kaimur of Bihar) का है, जहां एक 4 साल की बच्ची के साथ रेप (Four year old girl raped in Bihar) की वारदात हुई है। बताया जा रहा है कि जैसे ही बच्ची के परिवार वालों को इस घटना की जानकारी हुई, परिजनों ने युवक को पकड़ कर उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने दोनों पक्षों की तरफ से मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बिहार के कैमूर (Kaimur of Bihar) में एक चार चाल की बच्ची के साथ रेप (Four year old girl raped in Bihar) का मामला सामने आया है। जैसे ही बच्ची के परिवार वालों को इस घटना की जानकारी हुई, परिजनों ने युवक को पकड़ कर उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। आरोपी युवक कबार गांव का ही था और पीड़ित परिवार के पड़ोस में रहता था। आरोपी का नाम सीपू कुमार बताया जा रहा है जो नल जल योजना में ऑपरेटर का काम करता था। पुलिस ने मृतक के परिजनों के बयान के आधार पर लड़की के चाचा को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है। वहीं दोनों पक्षों द्वारा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
पीड़िता परिवार का यह है आरोप
पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि आरोपी युवक चॉकलेट देने के बहाने से 4 साल की बच्ची को बहला-फुसलाकर पंचायत भवन में ले गया था। जहां उसके साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया। जब घर वालों को बच्ची ने यह बात बताई तो सभी लोग गुस्से में आ गए। फिर आरोपी युवक को ढूंढने में जुट गए। बताया जा रहा है कि आरोपी पेड़ के ऊपर चढ़कर छुप गया था। उसे नीचे उतारा गया और उसकी जबरदस्त तरीके से पिटाई की गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
वहीं मृतक की बहन का कहना है कि बच्ची दो दिन पहले यहां खेलने आई थी और खेलते समय सीढ़ी से गिरकर उसे हल्की चोट लगी थी। फिर उसके भाई ने बच्ची को गोदी में उठाकर खिलाने लगा। बस लोगों ने इस बात को गलत समझ लिया और उसे पीटने लगे। एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि दोनों पक्षों की तरफ से मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि एक पक्ष ने रेप की शिकायत दर्ज कराई। वहीं दूसरे पक्ष ने पीट-पीटकर हत्या का मामला दर्ज कराया। अब पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। हत्या के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस और कोर्ट तक नहीं पहुंच पाते कई केस
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक भारत में महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा और रेप के मामले बहुत बार पुलिस और कोर्ट तक पहुंच ही नहीं पाते हैं। कोर्ट में मामला जाने के बाद भी पीड़िताओं को इंसाफ के लिए लम्बी लड़ाई लड़नी पड़ती है।