बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रणौत की मुश्किलें फिर बढ़ गई हैं। पटना की स्थानीय अदालत में अभिनेत्री के खिलाफ शुक्रवार को एक परिवाद दायर किया गया था। इसमें कंगना पर पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की प्रतिष्ठा धूमिल करने का आरोप लगाया गया है।
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राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के कानूनी प्रकोष्ठ के प्रमुख श्याम बिहारी सिंह ने पटना के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में शुक्रवार को उक्त परिवाद पत्र दायर कराया। श्याम बिहारी ने 3 दिसंबर, 2020 को कंगना के उस ट्ववीट पर आपत्ति जताई है जिसमें उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एक तस्वीर पर 'टुकड़े-टुकड़े गिरोह के नए सितारे' कैप्शन लगाया गया था। तस्वीर में कुशवाहा पर 'आजाद कश्मीर' और पार्टी के अन्य नेताओं पर 'जिहादी', 'शहरी नक्सली' और 'लुटियन उदारवादी' जैसे लेबल लगाए गए थे।
कंगना के खिलाफ नहीं हुई कार्रवाई
सिंह ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि कुशवाहा ने उक्त आपत्तिजनक ट्वीट की ओर बिहार पुलिस, मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक का ध्यान आकर्षित किया था, लेकिन अभिनेत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है।
कोर्ट की लेनी पड़ी शरण
श्याम बिहारी ने दावा किया कि रालोसपा समर्थक इस सिलसिले में शिकायत दर्ज कराने के लिए थाना गए थे, लेकिन पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। इसके बाद उन्हें अदालत का दरवाजा खटखटाना पड़ा है। रालोसपा के राष्ट्रीय महासचिव फजल इमाम सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ सिंह ने भारतीय दंड संहिता और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत शिकायत दर्ज करने का निर्देश देने का अनुरोध किया है।