आज 19 सितंबर 2020, शनिवार, संवत 2077 आश्वनी शुक्ल पक्ष द्वितया तिथि।
सुख, सौभाग्य वृद्धि के लिए - स्नान जल में काले तिल मिला कर स्नान करें।
बाधा मुक्ति के लिए दान - उड़द, तिल, काला, वस्त्र, नीले पुष्प, लोभान का दान करें। सफ़ेद गाय को, कन्या या देवी मंदिर मे दान करें। काली गाय, वृद्ध, सेवक को दान दे सकते है। पीपल वृक्ष की जड़ के समीप सरसों तैल का दीपक लगायें।
सफलता के लिए -आज के मंत्र
शनि का मंत्र - मंत्र बोले-ॐ पिप्पलाद ऋषये नमः।
ॐ सूर्य पुत्राय विद्महे ,मृत्यु रुपाय धीमहि ,तन्नो सौरिः प्रचोदयात्॥
या ऊॅ भगभवाय विद्महे मृत्युरूपाय धीमहि तन्नौ शनिः प्रचोदयात्।।
ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः॥ ॐ अहिर्बुधन्याय नम: ।
नक्षत्र मंत्र- ॐ निॠतये नम:। या मुनि सुव्रतनाथ की प्रार्थना करें। णमो लोए सव्वसाहूणं।
ॐ ह्रीं शनि ग्रहारिष्ट निवारक - श्री मुनि सुव्रतनाथ जिनेन्द्राय नम: सर्व शांतिं कुरु कुरु स्वाहा।
भाग्योदय, आरोग्य के लिए आज क्या नहीं खाएं?
परवल, फल पदार्थ न खाएं।
भाग्योदय के लिए क्या खाये?
घर से प्रस्थान करते समय हलुआ खाएं।
आज का दैनिक राशिफल
मेष राशि - (चू,चे,चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
यह समय आपके लिए आपके हिस्से की प्रतिष्ठा व पहचान पाने का हो सकता है। आप शत्रुओं पर विजय पाएँगे, नए मित्र भी बनाएँगे, विशेष रुप से विरीत लिंग वालों को। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप नीरोग काया का आनन्द उठाएँगे। कुल मिलाकर इस अवधि में आप प्रसन्न रहेंगे।
वृष राशि - (ई, उ,ए, ओ, वा,वी, वू,वे, वो)
वित्तीय दृष्टि से भी अपके लिए ये कठिन समय है। आप कुछ रुपया गँवा सकते हैं अथवा आपको हानि हो सकती है अत: धन व्यय करने पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य की ओ सदा से अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। आप पेट की समस्याओं अथवा हवा में व्याप्त कीटाणुओं के संक्रमण से बीमार हो सकते हैं। निराशा जीवन को अकर्मण्य अथवा सुस्त बना सकती है। विशेष सावधानी रहें व कुछ ऐसा न करें जिससे आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा अथवा कार्यालय में सम्मान कम हो।
मिथुन राशि - (का, की, कू,घ,ड,छ,के, को, ह)
यह स्वास्थ्य से सम्बन्धित कुछ नकारात्मक परिणामों का सूचक है। अत: स्वयं का व परिवार के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना व सावधानी बरतना आवश्यक है. आपको पेट की गड़बड़ी व छाती में बैचेनी जैसी समस्याएँ झेलनी पड़े। स्वास्थ्य में गिरावट चिन्ता का विषय बन सकता है। परिवार के किसी सदस्य अथवा सम्बन्धी का स्वास्थ्य चिन्ता का कारण बन सकता है। मानसिक रुप से आप अशांत व आस-पास के व्यक्तियों के प्रति सशंकित रह सकते हैं। आप विषाद, व्यर्थ का भय व मानसिक संताप को दूर रखने का भरसक प्रयास करें। अपने आत्मविश्वास पर उस समय विशेष रुप से भरोसा रखें।
कर्क राशि - (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू,डे,डो.)
चन्द्रमा की यह गति लक्ष्यों की प्राप्ति व प्रयासों में सफलता दर्शाती है। इस विशेष समय आप ख्याति का स्वाद भी चख सकते हैं। यह समय धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है। बकाया राशि की प्राप्ति, धन की प्राप्ति तथा कार्य के फलस्वरुप आर्थिक लाभ की आप आशा कर सकते हैं। घर के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है।
सिंह राशि - (मा, मी,मू,मे,मो,टा,टी, टू, टे)
चन्द्रमा की यह गति लक्ष्यों की प्राप्ति व प्रयासों में सफलता दर्शाती है। इस विशेष समय आप ख्याति का स्वाद भी चख सकते हैं। यह समय धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है। बकाया राशि की प्राप्ति, धन की प्राप्ति तथा कार्य के फलस्वरुप आर्थिक लाभ की आप आशा कर सकते हैं। घर के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है। आपको अति उत्तम भोजन, वस्त्र मिल सकता है। आपके सामने आने वाली हर परिस्थिति व सम्पन्न किया गया हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा। मन में पूर्ण संतोष का साम्राज्य रहेगा। यदि आप पुरुष हैं स्त्री मित्र और स्त्री हैं तो पुरुष बनेंगे और उनके साथ अच्छा समय व्यतीत होगा।
कन्या राशि - (टो,प,पी, पू,ष,ण,ठ,पे, पो)
यह आपके जीवन में प्रत्यक्ष रुप से सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। उनमें से एक है मन पसन्द इच्छित भोजन का आनन्द। आपको शारीरिक सुख-साधन, उत्तम वस्त्र व सुगंध तथा अन्य इच्छित सांसारिक वस्तुएं मिलेंगी। इस समय सर्वोत्तम मित्र व परिचित निश्चित रुप से मिलेंगे। विपरीत लिंग वालों से मित्रता का भी पूर्वाभास है । इस प्रकार के सम्बन्ध आपको शारीरिक एवम् भावनात्मक तुष्टि देंगे। आपके दाम्पत्य जीवन में भी आम दिनों की तुलना में अधिक आनन्द होगा। दाम्पत्य जीवन में आप अपने साथी के प्रेम में वृद्धि की आशा कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त सौभाग्य, सुख व उच्चतम सम्मान इस अवधि की विशेषता है आर्थिक रुप से भी यह एक अच्छा समय है। पुराने दिए ऋणों, आर्थिक लक्ष्य प्राप्ति तथा कार्य में उन्नति भी हो सकती है।
तुला राशि - (रा, री, रू,रे, रो, ता,ती, तू, ते)
आर्थिक दृष्टि से यह समय कठिनाइयों से परिपूर्ण है। खर्चे बढ़ेंगे। अपनी धन सम्पदा का ध्यान रखें क्योंकि आपकी कोई बहुमूल्य वस्तु खो सकती है। अपव्यय से बचें। अपने द्वारा किए जा रहे कार्यों के प्रति विशेष सचेत रहें क्योंकि संभव है आपको मनवांछित फल न मिले। स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है । इस काल में आँखों में कोई संक्रमण हो सकता है अत: आँखों का विशेष ध्यान रखें । मानसिक रुप से आप व्यथा व बैचेनी अनुभव कर सकते हैं। आप अकर्मण्यता अथवा ईर्ष्या की भावना से भी त्रस्त हो सकते हैं। आप अपने निर्णय लेने में तथा दूसरों से व्यवहार के प्रति विशेष सतर्क रहें तथा आवेश में न आएँ। अपना सम्मान व प्रतिष्ठा बनाए रखने का विशेष ध्यान रखना पड़ सकता है।
वृश्चिक राशि - (तो, ना, नी,नू,ने, नो, या, यी,यू)
यह समय आपको अधिक धन उपार्जन व सम्पत्ति अर्जित करने में सहायक होगा। यदि आप कृषि से सम्बन्धित हैं तो उपज सामान्य से अधिक होगी। आपको अटकी हुई धनराशि भी प्राप्त हो सकती है। व्यक्तिगत रुप से यह समय आपको प्रसन्नता, सुख व विपरीत लिंग वाले व्यक्तियों के साथ आनन्ददायक है। परिवार के सदस्यों का मेलमिलाप व पुराने मित्रों के साथ एकत्रित होकर पुनर्मिलन के भी सुअवसर हैं। विवाहित व्यक्तियों के दाम्पत्य सुख की पूर्ण संभावना है। इस पूरे काल में आप मानसिक रुप से प्रसन्न व शान्तचित्त रहेंगे।
धनु राशि - (ये, यो, भ,भी, भू, ध,फ,ढ,भे.)
यह अच्छा समय है। यह समय इच्छापूर्त्ति, लक्ष्यप्राप्ति तथा सांसारिक व भौतिक सुख प्राप्त करने का है। यदि आप कुछ नया करने की योजना बना रहे हैं तो यही उपयुक्त समय है क्योंकि इसमें सफलता निश्चित है। इस काल के अनुकूल होने के कारण आप व आपका परिवार सामान्य रुप से सुखी रहेंगे। यह समय आपके कार्यस्थल के लिए भी शुभ है । आप सम्मान, पदोन्नति एवम् प्रशंसा की आशा कर सकते हैं। इस समय आप सत्ता में अधिकारी के पद पर आसीन हो सकते हैं तथा निर्धारित लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। इस विशेष समय में आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी।
मकर राशि - (भो,जा, जी, खी,खू,खे, खो, ग,गी)
यह किसी आशंका का सूचक है। आपको अपने व्यापार अथवा कार्यालय में साधारण दिनों से अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है। पेट की गड़बड़ अथवा छाती का कष्ट हो सकता है अत: स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। भी है। आप किसी धार्मिक अनुष्ठान अथवा दान जैसा पुण्य कार्य सफलतापूर्वक करेंगे। आपको समाज में प्रसिद्धि भी मिलने की संभावना है। शत्रुओं पर विशेष नजर रखें क्योंकि उन्हीं के कारण हानि होने की संभावना है|
कुंभ राशि - (गू, गे,गो, सा, सी, सू,से, सो, द)
यह चिन्तापूर्ण समय है अत: किसी शुभ समाचार की आशा मत कीजिए। यह रोजमर्रा के जीवन में परेशानियों व बाधाओं का द्योतक है। अपने वरिष्ठ व उच्चाधिकारी से कार्यालय में मधुर सम्बन्ध रखें क्योंकि आप उनकी नजरों में गिरना नहीं चाहते । उनसे किसी भी प्रकार की असहमति अथवा विवाद से बचें। स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने की भी आवश्यकता है। स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें क्योंकि पाचन तंत्र व श्वसन तंत्र में समस्या हो सकती है। व्यर्थ की चिन्ता व भय को पास न फटकने दें क्योंकि इनसे मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकता है।
मीन राशि - (दी, दू,थ,झ,ञ,दे, दो, चा,ची)
यह समय सुख व कार्यों में सफलता का द्योतक है। आर्थिक दृष्टि से भी यह समय आपके लिए शुभ है। यह अवधि आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने में भी सहायक होगी। इसके अतिरिक्त नए मित्र, विशेषकर विपरीत लिंग वाले मित्र बनाने हेतु यह समय अनुकूल है। दाम्पत्य जीवन में सुख रहेगा और आपको अपने जीवनसाथी के साथ आमोद-प्रमोद के अवसर भी मिलेंगे। संतान आपके जीवन के सुख में और अधिक वृद्धि करेगी। वर्ष की इस अवधि में स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। मन की शान्ति पुन: प्राप्त होगी। आप स्वयं अपने आप में व परिवार के साथ शान्ति अनुभव करेंगे। इस अवधि को कुल मिलाकर सुख से परिपूर्ण कहा जा सकता है।