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ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मनरेगा की है महत्वपूर्ण भूमिका : मुख्यमंत्री विष्णु देव

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 रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ ग्रामीण रोजगार गारंटी परिषद की बैठक विधानसभा परिसर स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत चल रही परियोजनाओं की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में मनरेगा कार्यों को सर्वोच्च गुणवत्ता और निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा किया जाए, ताकि अधिकतम ग्रामीण परिवारों को इस योजना का लाभ मिल सके।


मुख्यमंत्री साय ने विशेष रूप से गांवों में धरसा पहुंच मार्ग निर्माण और अमृत सरोवर परियोजनाओं को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए, जिससे ग्रामीण बुनियादी ढांचे को मजबूती मिले और जल संरक्षण को बढ़ावा मिले।

मुख्यमंत्री साय ने बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार का लक्ष्य केवल रोजगार देना नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाकों को आत्मनिर्भर बनाना है। मनरेगा के तहत चल रही योजनाओं को दीर्घकालिक दृष्टिकोण से लागू किया जा रहा है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए, ताकि यह योजना गरीबों के सशक्तिकरण में एक मजबूत आधार बने। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मनरेगा को अन्य योजनाओं से जोड़कर ग्रामीण विकास की गति तेज करने पर जोर दिया जा रहा है।

राज्य में मनरेगा के प्रभावशाली क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा

बैठक में वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 की प्रगति, लेबर बजट 2025-26, योजना के प्रमुख इंडिकेटर्स और अभिसरण (कॉन्वर्जेंस) मॉडल पर गहन समीक्षा की गई। वर्ष 2019-20 से 2023-24 तक की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई।

मनरेगा आयुक्त रजत बंसल ने जानकारी दी कि प्रदेश में कुल 38.52 लाख पंजीकृत परिवारों में से 24.89 लाख परिवारों को रोजगार प्रदान किया गया है।अमृत सरोवर योजना के तहत 2,902 जलाशयों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से 1,095 स्वीकृत हो चुके हैं, 299 पूर्ण हो चुके हैं, और 472 पर कार्य प्रगति पर है।

बैठक में उप मुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, प्रमुख सचिव निहारिका बारिक, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसवराजू एस, पी. दयानंद, राहुल भगत, मनरेगा आयुक्त रजत बंसल एवं छत्तीसगढ़ ग्रामीण रोजगार गारंटी परिषद के सदस्यगण उपस्थित थे।

महात्मा गांधी के सपनों को पूरा कर रहे हैं प्रधानमंत्री : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

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रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि महात्मा गांधी का सपना था कि जनजातीय समुदाय विकास की मुख्य धारा में शामिल हो और तरक्की करें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, महात्मा गांधी के इन्हीं सपनों को पूरा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री साय ने उक्त बातें धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के शुभारंभ अवसर पर वर्चुअली जुड़कर कही।

यहां यह उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आज महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर झारखण्ड के हजारीबाग से देश के जनजातीय इलाकों एवं जनजातियों के उत्थान के लिए धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय इस कार्यक्रम में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर से वर्चुअली शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर उक्त अभियान के देशव्यापी शुभारंभ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदाय की ओर से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इससे छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदाय भी लाभान्वित होंगे और उनके जीवन में नया बदलाव आएगा।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के माध्यम से 80 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान कर 65 हजार से ज्यादा गाँव और 5 करोड़ से अधिक जनजातीय लोगों के कल्याण के लिए कदम बढ़ाया है। इससे छत्तीसगढ़ के 32 जिलों के 138 विकासखण्ड़ों में स्थित 6691 गाँवों में रहने वाली 47 लाख की आबादी को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ और जशपुर जिले के लिए गौरव का दिन है कि जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक की आदिवासी महिला मानकुंवर बाई को प्रधानमंत्री ने बातचीत के लिए अपने कार्यक्रम में आमंत्रित किया है।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की घोषणा की और घर-घर शौचालय निर्माण कराया। उन्होंने इसे महिलाओं के सम्मान से जोड़ा। इन शौचालयों को कई राज्यों में इज्जत घर के रुप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपेयी ने जनजातीय समाज के विकास के लिए अलग राज्य का निर्माण किया और अलग से जनजाति मंत्रालय का गठन और अनुसूचित जनजाति आयोग का गठन किया।

मुख्यमंत्री साय ने हम सभी स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के माध्यम से 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक अभियान से जुड़े रहे। उन्होंने लोगों से स्वच्छता को आदत में शामिल करने की अपील की और कहा कि हमें अपने आसपास वातावरण को भी स्वच्छ रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अति पिछड़े विशेष पिछड़ी जनजाति की चिंता की और प्रधानमंत्री जनमन योजना के माध्यम से जनजातीय इलाकों में मूलभूत सुविधाएं जैसे सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं से लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हमारी सरकार ने शपथ लेते ही अगले दिन से राज्य के गरीबों के कल्याण के लिए काम प्रारंभ कर दिया। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 18 लाख आवास की स्वीकृति प्रदान की जिसकी राशि अब हितग्राहियों के खाते में आने लगी हैं और घर निर्माण प्रारंभ हो गया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने 3100 रुपये में क्विंटल में प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी, दो साल का धान के बकाया बोनस की राशि, तेंदूपत्ता प्रति मानक बोरा को 4 हजार से बढ़ाकर 5500 रुपये कर दिया। प्रदेश की 70 लाख महिलाओं के खाते में महतारी वंदन योजना से राशि दी जा रही है। विगत 9 माह के भीतर मोदी की गारंटी की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए गए।

सांसद चिंतामणि महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि यहां आदिवासी समाज के साथ ही विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के लिए पीएम जनमन योजना के तहत मुख्यमंत्री उनके उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं। सरकार जनजाति उत्थान के लिए सकारात्मक कदम उठा रही है। कार्यक्रम को सामरी विधायक श्रीमती उद्देशवरी पैकरा ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान जिले की प्रभारी एवं महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक प्रबोध मिंज, राजेश अग्रवाल, श्रीमती शकुंतला पोर्ते, युवा आयोग के अध्यक्ष विश्व विजय सिंह तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा आम नागरिकगण उपस्थित थे।

192 करोड़ रूपए के विकास कार्याें का लोकार्पण-शिलान्यास 

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बलरामपुर-रामानुजगंज के राजपुर में आयोजित कार्यक्रम में 192 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाले विकास एवं निर्माण कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने हितग्राहियों को पीएम आवास की चाबी, श्रम पंजीयन कार्ड अंतर्गत हितग्राहियों को चेक, वन अधिकार पट्टा, आपदा पीड़ितों को सहायता राशि, टीबी मुक्त घोषित 3 ग्रामों को प्रमाण पत्र, ट्रैक्टर, पशुधन विकास विभाग अंतर्गत दो हितग्राहियों को चेक प्रदान किया गया।

राजपुर में लिंक कोर्ट सहित कई घोषणाएं

मुख्यमंत्री साय ने सांसद एवं विधायकगणों के आग्रह पर बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के लिए अनेक विकास कार्यों की घोषणा की। उन्होंने नरसिंहपुर से मरकाडाड़ के मध्य महान नदी में पुल निर्माण, हायर सेकंडरी स्कूल राजपुर के लिए नवीन भवन का निर्माण, राजपुर ब्लॉक में उफिया में चन्दर मुसखोर नाला में पुलिया निर्माण तथा राजपुर में अपर कलेक्टर लिंक कोर्ट प्रारंभ करने की घोषणा की।

बिलासपुर और सरगुजा संभाग में कर्मा महोत्सव

मुख्यमंत्री ने क्षेत्र में पंडो जनजाति की बहुलता को देखते हुए पंडो जनजाति के लिए 50-50 सीटर बालक-बालिका छात्रावास निर्माण की घोषणा की और बिलासपुर और सरगुजा संभाग में प्रतिवर्ष कर्मा महोत्सव का आयोजन कराए जाने की घोषणा की।

ग्राम स्वराज की अवधारणा के साथ न्याय के पथ पर बढ़ता छत्तीसगढ़, महात्मा गांधी महामानव के साथ, एक जीवन मूल्य भी है

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सत्य और अहिंसा के पुजारी के रूप में विश्व विख्यात महात्मा गांधी की आज जयंती है। भारत सहित पूरी दुनिया उनके आदर्शों और विचारों को जानने, समझने और स्वीकार करने में लगे हुए हैं।किंतु आज की परिस्थिति मंे यह कैसे संभव था कि अहिंसा और सत्य के बल पर इस महान देश को स्वतंत्रता मिली होगी! लेकिन सत्य भी है व इतिहास साक्षी है कि मोहनदास करमचंद गांधी की जीजिविषा ने, उनके आत्मबल ने अंग्रेजों की तानाशाही, जुल्म और गुलामी के खिलाफ उन्होंने अहिंसाऔर सत्य की मन्त्र को ही चुना और इस तरह करोड़ों भारतवासियों के महात्मा बन गए।


महात्मा गांधी को जानने, समझने, पढ़ने और उनको आत्मसात करने के लिए बड़े दिल और दिमाम की जरूरत है। महात्मा गांधी ने जहां आदिवासियों, अनुसूचित जातियों, पिछड़े तबकों की समस्याओं और जरूरत को न सिर्फ समझे बल्कि उन्होंने उस दौर में जीया भी। छुआछूत, ऊंचनीच, जाति-धर्म और रंग के खिलाफ मुखर होकर वैचारिक हथियार के दम पर अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाले महात्मा की आज हम सबकी जरूरत है।

जब हम ग्राम स्वराज की बात करते हैं, तब परम्परागत व्यवसाय, लोक संस्कृति, पर्व, खान-पान, बोली-भाषा को उचित मान और नई पीढ़ी को उससे जोड़कर रखना भी है। विगत पौने पांच बरस से छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार है। सरकार बनाते ही उन्होंने किसानों, ग्रामीणों, श्रमिकों, आदिवासियों, अनुसूचित जातियों, पिछड़े वर्गाे, युवाओं, महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए ऐसी नीति तैयार की है, जो आने वाली पीढ़ियों को न्यायसंगत अधिकार भी दे रही है।

जब न्याय की बात होती है तो थाना, अदालत, कोर्ट-कचहरी आंखों के सामने दिखाई पड़ती है, इसके बावजूद मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने साफ और स्पष्ट करते हुए है कि हमारी सरकार किसी के हक को मारकर आगे नहीं बढ़ेगी। साथ ही जरूरतमंद लोगों और समाज के सभी वर्गों को सामाजिक, शैक्षणिक, राजनैतिक, आर्थिक न्याय मिले इसके लिए सरकार हर समय डटे रहेगी । सम्भवतः यही वह रीति- नीति है, जो बापू के पथ पर चलने में मददगार साबित हुई है।

जब हम नीति और न्याय की बात करते हैं, तब विगत पौने पांच बरसों के आंकड़े ढूंढने लगते हैं। लेकिन जमीनी स्तर पर जब यह देखने को मिलता है कि आदिवासियों का मुख्य आय का जरिया तेन्दूपत्ता, लघुवनोपज आदि उत्पाद का सही दाम और सही समय पर मिलने लगे हैं, वहां निवासरत रहने वाले लोगों के जीवनस्तर में बदलाव देखने को मिल रहा है तब यह सामाजिक न्याय बन जाता है । और यह सरकार की उत्कृष्ट नीति, सार्थक निर्णय का ही परिणाम रहा है।

कभी सोचने में भी मुश्किल होता था कि एक गरीब व सामान्य परिवार के बच्चे भी प्रदेश के उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ेगा किंतु यह भी दूरदर्शी नीति और सकारात्मक निर्णय का ही परिणाम रहा है कि अब प्रदेश के लाखों बच्चे स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूल में पढ़ाई के साथ अच्छी अधोसंरचना के साथ खेलकूद में भी भाग ले रहे हैं।

जब कभी सर्दी-खांसी, बुखार परिवार के किसी सदस्य को हो जाए तो कुछ पल के लिए परेशानी बढ़ जाती है लेकिन यह भूपेश सरकार की नीति ही है जिन्होंने अस्पताल को चौखट तक ला दिया। परिवार के किसी भी सदस्य को कोई गंभीर बीमारी हो जाए तो आर्थिक स्थिति बुरी तरह से चरमरा जाती है, लेकिन एक संवेदनशील और लोक कल्याणकारी सरकार की अवधारणा पर चलने वाली भूपेश सरकार ने मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के तहत पात्र व जरूरतमंद मरीजो के लिए 25 लाख रूपए तक मदद करने की जो नीति तैयार की है, वह भी एक न्याय है। बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी देश की आर्थिक स्थिति में अक्सर असर डालता है। किंतु छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार की ही नीति रही है, जिन्होंने कोरोना जैसे विपदा के समय भी आम लोगों को भरपेट भोजन, मनरेगा व अन्य रोजगार मुहैया कराने में सफल हुए। प्रदेश के लाखों युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है, उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है ताकि रोजगार व स्वरोजगार करने में मदद मिले। छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर लगातार कम रहना प्रदेश के लिए गौरव की बात है, तो गरीबी रेखा से जीवन यापन करने वाले लोगों की संख्या में कमी होना भी एक सुखद परिणाम है।

लोगों की बुनियादी जरूरतों, भोजन, आवास, सड़क, बिजली, अस्पताल, स्कूल, पीने की साफ पानी, रोजगार पर आंकलन करते हैं। तब हमें वह स्कूल की दीवार भी दिखाई देती है जो विगत 13 बरसों से बंद थीं। राज्य सरकार की संवेदनशील पहल के कारण अब स्कूल भी खुल गई और शिक्षा की रोशनी भी चमकने लगी है। बस्तर से लेकर सरगुजा तक सड़क और पुल-पुलिया, 24 घंटे बिजली और हर परिवार को पक्का आवास देने जैसे कार्य योजना ने राज्य सरकार की नीति को ‘छत्तीसगढ़ मॉडल’ में बदल दी।

कौन सोच सकता था कि प्रदेश में गोबर व गौमूत्र की भी खरीदी होगी, लेकिन यही नीति ने तो ग्रामीणों और पशुपालकों के जीवन स्तर को संवारने का काम तो किया ही, उनकी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करने में भी बड़ा योगदान दिया है। सुराजी योजना, गोधन न्याय योजना ने तो देश के अन्य राज्यों को अपनी ओर खींचने को विवश किया। कई कार्यों के लिए भारत सरकार से सम्मान प्राप्त हुए और सराहना भी मिली। तब ऐसी नीति, निर्णय और न्याय से बापू के उस ग्राम स्वराज के सपने को साकार करने में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार ने जिस जुनून और परिश्रम के साथ जुटे हैं तब यहां के लोगों ने सहसा कहना शुरू कर दिए कि ‘भूपेश है तो भरोसा है।’ और इस तरह बापू के बताए मार्ग पर चलते हुए राज्य सरकार कुपोषण से छुटकारा पाने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान छेड़ा है तो अन्नदाताओं के उपज का सही दाम दिलाने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना और राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के माध्यम से इन परिवारों को आर्थिक मदद भी की जा रही है।

महात्मा गांधी जी को याद करते व श्रद्धांजलि देते समय, हमें यह संकल्प भी लेना होगा कि मीठी जुबान, सद्व्यवहार, सहयोग, सद्भाव, संवेदनशीलता, सहानुभूति, सत्य और अहिंसा ही वह शस्त्र है, जिनके बल पर समाज, प्रदेश व देश के विकास में अपनी योगदान दे सकते हैं।

महामानव बापू निश्चित ही इस धरती में भौतिक रूप में नहीं है लेकिन उनके विचार, सिद्धांत युगों-युगों तक अमर रहेगा। नमन बापू..।

(लेखक- एल.डी. मानिकपुरी, सहायक जनसम्पर्क अधिकारी)

महात्मा गांधी की 154वीं जयंती से पहले होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल ने किया स्वच्छता अभियान

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 रायपुर : होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, रामकुंड, रायपुर, छत्तीसगढ़ द्वारा नेशनल कमीशन फॉर होम्योपैथी, आयुष मंत्रालय ,भारत सरकार ,नई दिल्ली के मार्गदर्शन एवं छत्तीसगढ़ शासन, नगर निगम के सहयोग से आज दिनांक 1 अक्टूबर 2023 को सुबह 10:00 बजे से 12:00 बजे तक स्वच्छता ही सेवा कैंपेन 2023 के अंतर्गत रामकुंड स्थित आमा तालाब घाट के चारों तरफ सफाई अभियान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर दिलीप मुकुंद पिंपले के नेतृत्व में किया गया। 


अभियान में नगर निगम जोन कमिश्नर द्वारा सभी सहभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।  इस अभियान में महाविद्यालय के उप प्राचार्य डॉक्टर निर्मल भोई, कोऑर्डिनेटर डॉ योगेश श्रीवास्तव, प्रोफेसर डॉ राजश्री शुक्ला, डॉ, संजय पांडे , डॉ सोनल केला,डॉ विनोद श्रीवास्तव, डॉ योगिनी पंड्या, डॉ तरुण होता,डॉ हर्षिता मेहता, डॉ बद्री प्रसाद त्रिपाठी, डॉ रूद्र साहू, शरद सोनी, सर्वज्ञ शुक्ला, लक्ष्मीकांत शर्मा, सुनीता सोनी, अनुसूया यदु, दिनेश पटेल, कपिल देवदास, अरुण साहू, त्रिलोक ध्रुव, थानवर निषाद एवं समस्त अस्पताल स्टाफ ,ऑफिस स्टाफ, इंटर्न डॉक्टर एवं समस्त छात्र-छात्राएं ने इस अभियान में अपनी सेवा प्रदान की एवं स्वच्छता शपथ भी ग्रहण की।

Campaign Coordinator - Dr Yogesh Shrivastava

रीपा में स्थापित गोवर्धन कैटल फीड यूनिट गढ़ रहा सफलता के नये आयाम

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रायपुर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना (रीपा) अपने उद्देश्य में सफल साबित हो रही है। युवा उद्यमियों को अवसर तथा रोजगार उपलब्ध कराने और महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने शासन द्वारा शुरू की गई इस पहल के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे है। नवाचारी आर्थिक गतिविधियों से जुड़कर युवाओं का आत्मविश्वास बढ़ा है और रीपा एक बहुउद्देश्यीय केन्द्र बनकर उभर रहा है। प्रदेश में लगभग 300 रीपा केन्द्र स्थापित हो चुके है, जहां स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध संसाधनों का समुचित उपयोग कर रोजगार के अवसर सृजित किए जा रहे हैं। 

बालोद जिले के बरही में स्थापित गोवर्धन कैटल फीड यूनिट सफलता के नए आयाम गढ़ रहा है। कैटल फीड यूनिट शुरुआती दौर से ही जिला प्रशासन के सतत मॉनिटरिंग एवं सहयोग के फलस्वरूप सरकारी एवं निजी डेयरी में अपने उच्च गुणवत्ता वाले पशु आहार का विक्रय कर लगातार मुनाफा कमा रही हैं। इसके साथ ही यहाँ कार्यरत लोगों के उचित प्रशिक्षण तथा इनके क्षमता निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रेणुका श्रीवास्तव ने बताया कि गत 08 सितंबर को पशु आहार का उत्पादन करने वाले कामधेनु कैटल फीड सहकारी समिति द्वारा तैयार 18 टन पशु आहार 04 लाख 50 हजार रुपये में बालोद सहित आस-पास के जिलों में बेचा गया। इससे स्वसहायता समूह को लगभग 35 हजार रुपए का लाभ अर्जित हुआ। उन्होंने बताया कि अब तक समूह नेे कुल 40 टन का पशु आहार को 10 लाख रुपये में बेचकर लगभग 75 हजार रूपये मुनाफा कमाया है। बरही में स्थापित यह कैटल फीड यूनिट पशुओं के पौष्टिक चारे की जरूरतो को पूरा करने के साथ-साथ ग्रामीणों एवं स्वसहायता समूह के लिए भी आय का महत्वपूर्ण जरिया बन गया है।

कामधेनु कैटल फीड में सहकारी समिति के 11 सक्रिय सदस्य अपनी पूरी निष्ठा एवं लगन के साथ काम कर रहे हैं। कामधेनु कैटल फीड के माध्यम से अपने जीवन में आए बदलाव व समिति के सदस्य दिग्विजय सिन्हा ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की पहल से हमारे गाँव में स्थापित महात्मा रीपा बहुपयोगी साबित हो रहा है। इसके माध्यम से विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। इस कामधेनु कैटल फीड में समिति के सभी सदस्य बड़े ही उत्साह एवं रूचि के साथ कार्य कर रहे हैं। दिग्विजय सिन्हा ने बताया कि साथ ही सामग्रियों की मांग की पूर्ति समय-सीमा में पूरा करने हेतु हम डबल शिफ्ट में कार्य करते हैं। वे सभी शासकीय संस्था के साथ-साथ निजी संस्थाओं एवं डेयरी संचालकों से निरंतर संपर्क कर मार्केटिंग का कार्य कर रहे हैं। जिससे व्यापार को विस्तार मिल रहा है।


महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क बरही के नोडल डॉ. अभिषेक मिश्रा ने बताया कि यहाँ गोट फीड
, कैटल फीड का निर्माण पोषक तत्वों का संतुलित मिश्रण कर बनवाया जा रहा है तथा विभिन्न संस्थाओं के मांग अनुसार फार्मूला तैयार किया जाता है। भविष्य में सुकर एवं मुर्गी फीड भी तैयार किया जाएगा जिसकी मार्केटिंग के विकल्प भी उपलब्ध है। समिति के सदस्य पूरी सक्रियता के साथ कार्य मे संलग्न है, इससे हम सभी इकाई स्थापना के बेहतर परिणाम हेतु आश्वस्त है। इस तरह से यह कामधेनु कैटल फीड इकाई राज्य शासन के मंशानुरूप पशुधन के संरक्षण एवं संवर्धन के साथ-साथ ग्रामीणों एवं स्वसहायता समूह को स्वरोजगार प्रदान करने का महत्वपूर्ण माध्यम बना है।

कलेक्टर मलिक ने रीपा के निर्माण कार्यां का किया आकस्मिक निरीक्षण

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महासमुंद। कलेक्टर प्रभात मलिक आज महासमुंद  के ग्राम बिरकोनी और काँपा ग्राम पहुँचकर गौठान और महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क(रीपा) अन्तर्गत  रोज़गार मूलक स्थापित उद्यम में  उत्पादित  सामग्री  गोबर पेंट, दोना पत्तल  और का भी  अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारियों से कार्य की प्रगति के संबंध में जानकारी ली। कार्य की धीमी प्रगतिऔर व्यवस्था  पर भी नाराज़गी जतायी। उन्होंने एक माह के भीतर सुधार करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने कहा कि महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क रीपा शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से है। इस कार्य में रूचि लेते हुए समूह की महिलायें गंभीरतापूर्वक कार्य करें।रीपा में विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधि के संचालन हेतु मशीन यूनिट स्थापना कार्य भी निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार स्थापित हुआ। प्रशिक्षण भी दिया गया है। उन्होंने पेयजल, शौचालय, और सभी  ज़रूरी  व्यवस्था शीघ्र सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने रिपा में विभिन्न गतिविधियों के संचालन हेतु चयनित महिलाओं को और बेहतर प्रशिक्षण दिलाने के भी निर्देश दिए। ग्राम कापा में रीपा अंतर्गत फ्लाई एश से ईंट निर्माण कार्य की सराहना की ।

बिरकोनी में रीपा में स्थापित  उद्यम में तेज़ी से और बेहतर सामग्री  उत्पादित करने के साथ ही अधूरे सारे काम करने के निर्देश दिए। निर्धारित समयावधि तक सभी कार्य को पूरा करने तथा गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी ग्राम योजना (नरवा, गरवा, घुरूवा एवं बाड़ी योजना) गुणवत्ता के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। उच्च स्तर पर इसकी प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जाती है। इस मौके पर एसडीएम उमेश साहू,सीईओ जनपद सुश्री निखत सुल्ताना, और जनपद अध्यक्ष यतेन्द्र साहू, सहित ग्रामीण और स्वसहायता समूह की महिलायें साथ थी।

ज्ञात है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा है कि गरीब परिवारों के लिए आजीविका के माध्यम से आय के नये साधन सृजित करना है, ताकि शिक्षित ग्रामीण युवाओं को उनकी प्रतिभा और कार्यक्षमता के आधार पर स्वरोजगार प्राप्त हो सके। इसी कड़ी में उन्होंने प्रत्येक विकासखण्ड के दो-दो गौठानों में रीपा के स्थापना की घोषणा की थी। जिले के 05 विकासखण्डों के 10 गौठानों का चयन महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल औद्योगिक पार्क स्थापित करने के लिए किया गया है, तथा चयनित सभी 10 गौठानों में रिपा के तहत सभी कार्य तेजी हुए है।

जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर युवाओं और स्व-सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार का अवसर प्राप्त हो रहे है। गौठानों में वर्मीकम्पोस्ट, मुर्गी पालन, बकरी पालन, कृषि उत्पादों और वनोपजों के प्रसंस्करण एवं ग्रामोद्योग संबंधी कार्य भी किये जाने हैं। इन गतिविधियों के माध्यम से बड़ी संख्या में स्व-सहायता समूह की महिलाओं और ग्रामीण युवाओं को रोजगार और आय के अवसर प्रदान करने की सरकार की मंशा है।

 कलेक्टर ने पुरातात्विक नगरी सिरपुर पहुंचकर वहां के विकास कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने सिरपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सतीश जग्गी के साथ  सिरपुर को पर्यटन के क्षेत्र में और बेहतर विकसित करने के लिए संभावनाओं पर चर्चा किए। कलेक्टर ने कहा कि पुरातात्विक और ऐतिहासिक नगरी सिरपुर का राज्य ही नहीं बल्कि देश के पर्यटन में विशेष महत्व है। इसलिए यहां मूलभूत सुविधाओं के साथ सैलानियों की सुविधाओं का भी ख्याल रखा जाएगा ।इस दौरान  उन्होंने सिरपुर में प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों का घूम घूम कर जायजा लिया ।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिला कार्यालय परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा में पुष्प अर्पित करते हुए किया नमन

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रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में शामिल होने के पूर्व कलेक्टर कार्यालय परिसर रायगढ़ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की प्रतिमा में पुष्पांजलि अर्पित करते हुए नमन किया। उन्होंने यहां स्थापित छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा का अनावरण किया, साथ ही रीपा के कार्यों का  अवलोकन कर इससे जुड़े समूहों के कार्यों को सराहा।

मुख्यमंत्री इस मौके पर रायगढ़ जिले को 465 करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों की सौगात दिया। जिनमें 258 करोड़ 74 लाख 26 हजार रुपये की लागत वाले 59 विकास एवं निर्माण कार्यों का भूमिपूजन एवं शिलान्यास तथा  207 करोड़ 4 लाख 49 हजार रुपये की लागत से निर्मित 53 कार्यों का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री बघेल दूरस्थ अंचलों के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से धरमजयगढ़ एवं पुसौर विकासखण्ड में 58 लाख रुपये से अधिक लागत के 2 हमर लैब का लोकार्पण किया।

जिला चिकित्सालय रायगढ़ में सस्ती दवा दुकान धन्वंतरी मेडिकल का भी शुभारंभ किया। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के मार्गदर्शन और उन्हें तैयारी के अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से घरघोड़ा स्थित मुख्यमंत्री युवा केन्द्र में सुविधाओं का विस्तार किया गया है, यहां के उन्नयन कार्यों का भी लोकार्पण भी मुख्यमंत्री ने किया। रायगढ़ में संचालित जिला ग्रन्थालय का उन्नयन करते हुए हाईटेक बनाया गया है और छात्रों के लिए आवश्यक सुविधाएं बढ़ायी गयी है। इसका लोकार्पण भी मुख्यमंत्री के हाथों हुआ।

इसी तरह अन्य लोकार्पण, भूमिपूजन एवं शिलान्यास के तहत निर्माण विभागों के 186 करोड़ 39 लाख रुपये की लागत से 62 कार्य शामिल है। जिसमें सड़कों, स्कूल भवन व अन्य भवनों के निर्माण और जीर्णाद्धार/उन्नयन कार्य शामिल है। नगर पालिक निगम रायगढ़ अंतर्गत 14 करोड़ 39 लाख 71 हजार रुपये की लागत के सड़क सुधार कार्य, वार्डाे में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य शामिल है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत 38 करोड़ 24 लाख 70 हजार रुपये की लागत के कार्य शामिल है।

लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग अंतर्गत 107 करोड़ 68 लाख 20 हजार रूपये की लागत से 27 समूह नलजल, सोलर आधारित नलजल कार्य शामिल है। परिवहन विभाग अंतर्गत 95 लाख 95 हजार रुपये की लागत से जिला परिवहन कार्यालय का भूमिपूजन कार्य शामिल है। वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग अंतर्गत 4 करोड़ 58 लाख 63 हजार रुपये की लागत से 12 कार्य शामिल है। आदिवासी विकास विभाग अंतर्गत 4 करोड़ 68 लाख 70 हजार रुपये की लागत से 3 जगहों पर 50 सीटर प्री-मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास तथा लोक निर्माण विभाग सेतु संभाग अंतर्गत 108 करोड़ 25 लाख रुपये की लागत से 5 पुल का निर्माण कार्य भी शामिल है

शिक्षा का उपयोग समाज में शोषितों के उत्थान के लिए करना चाहिए : राज्यपाल हरिचंदन

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रायपुर। महात्मा गांधी द्वारा अहिंसा रूपी शक्ति शाली शस्त्र, और नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा आजाद हिन्द फौज के माध्यम से युवाओं को प्रेरित किया गया जिससे युवा भी आजादी के लड़ाई में कुद पड़े। इसी तरह आज के युवा भी देश व समाज के अधिकार के लिए लडे़ औैर बेजुबानों की आवाज बने। विद्यार्थियों को अपनी शिक्षा का उपयोग समाज में शोषितों के उत्थान के लिए करना चाहिए। ये उद्गार राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने आज हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग  के प्रथम दीक्षांत समारोह में व्यक्त किए।


विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में 126 नेधावी विद्यार्थियों को विभिन्न दान-दाताओं द्वारा प्रदत्त स्वर्ण पदक और विश्वविद्यालय द्वारा पांच हजार रूपये प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई साथ ही 13 विद्यार्थियों को पी.एच.डी. की उपाधि प्रदान की गई । दीक्षांत समारोह के मुख्यअतिथि भूपेश बघेल थे। बघेल एवं पदमश्री से सम्मानित कलाकार श्रीमती उषा बारले को पी.एच.डी. की मानद उपाधि प्रदान की गई।

कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से उपस्थित राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हरिचंदन ने अपने अध्यक्षीय उदबोधन में कहा कि शिक्षा सबसे बडा शक्तिशाली हथियार है, जिसका उपयोग दुनिया को बदलने में कर सकते हैं। उन्होने विद्यार्थियों से कहा कि नवाचारों, उद्यमिता और स्टार्ट-अप में योगदान दे, जो समय की मांग है। उन्होंने कहा कि एन.ई.पी. 2020 शिक्षा को आगे बढ़ाते हुए कौशल विकास कि आवश्यकता पर जोर देता है। यह विद्यार्थियों को उद्यमिता के लिए तैयार करना चाहता है, और इसका उद्देश्य उन्हें नौकरी तलाशने वाले बनने के बजाय नौकरी देने वाला बनाना है।  

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के स्थापना की आठवीं वर्षगंाठ पर शुभकामनाएं एवं बधाई दी। साथ ही पी.एच.डी. डिग्री प्राप्त करने वाले और विभिन्न परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस समय में जहां नवाचार सामाजिक परिवर्तन के चालक बन रहे है, युवा विद्यार्थियों से बहुत उम्मीद की जाती है। उन्होंने समाज से जितना प्राप्त किया है उससे अधिक समाज को वापस देने के लिए अतिरिक्त प्रयास करना चाहिए।

राज्यपाल ने कहा कि हेमचंद यादव विश्वविद्यालय अनुसंधान एन.एस.एस., एन.सी.सी यूथ रेडक्रॉस, खेल, सांस्कृतिक और पाठ्येतर गतिविधियों जैसे हर क्षेत्र में मजबूती से प्रगति कर रहा है। विश्वविद्यालय द्वारा इस वर्ष सात लघु अवधि मूल्य आधारित सर्टिफिकेट कोर्स आयोजित किए गए जो काफी सफल रहे। वर्तमान में विश्वविद्यालय में कुल 740 शोधार्थी अपनी पीएचडी की डिग्री के लिए पंजीकृत है। विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों ने नैक प्रत्यायन प्रक्रिया के दौरान भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। इस विश्वविद्यालय से एक सरकारी ए. ग्रेड कॉलेज और दो निजी ए ग्रेड कॉलेज और बी. ग्रेड वाले सात कॉलेज संबद्ध है।

कार्यक्रम में मुख्यअतिथि भूपेश बघेल ने अपने सम्बोधन में पदक और उपाधि प्राप्त करने वाले विद्याथियों को बधाई दी। उन्होंने विश्वविद्यालय में आधुनिक सुविधा युक्त ऑडोटोरियम और डॉ. नरेन्द्र देव वर्मा शोध पीठ निर्माण की घोषणा की। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल ने भी वर्चुअल रूप से उपस्थित होकर अपना सम्बोधन दिया। कुलपति श्रीमती अरूणा पल्टा ने विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में, विशिष्ट अतिथि छत्तीसगढ़ राज्य के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, सांसद विजय बघेल, दुर्ग जिले के विधायक अरूण वोरा, राज्यपाल के  सचिव  अमृत खलखो, स्वामी विवेकानंद आश्रम राजकोट के अध्यक्ष स्वामी निखिलेश्वरानन्द, और विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, विश्वविद्यालय के कार्य परिषद एवं विद्या परिषद के सदस्य, प्राध्यापक, विद्यार्थी एवं उनके पालक उपस्थित थे।

राष्ट्रीय संगोष्ठी में शामिल हुए छत्तीसगढ़ के राज्यपाल

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रायपुर। राज्यपाल अनुसुईया उइके अपने वर्धा प्रवास के दौरान आज महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में शामिल हुईं। अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि इस पवित्र भूमि से ही गांधीजी ने भारत के नव-निर्माण का स्वप्न देखा था। इस मौके पर राज्यपाल ने हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में सुश्री उइके ने महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के परिसर में डॉक्टर अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र का शुभारंभ भी किया।



वर्धा प्रवास के दौरान राज्यपाल ने आज सेवाग्राम स्थित बापू कुटी का भी भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने संपूर्ण सेवाग्राम परिसर को देखा और महात्मा गांधी के जीवन दर्शन से जुड़े विभिन्न स्थानों का अवलोकन किया। राज्यपाल आज महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय द्वारा गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित दीपोत्सव में भी शामिल हुईं।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और शास्त्री जी को कृतज्ञ राष्ट्र का नमन

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नई दिल्ली। देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अमृतकाल में गांधी जयंती का महत्व और बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि हमें बापू के आदर्शों के अनुरुप रहना चाहिए। प्रधानमंत्री ने जनता से अपील की है कि वे खादी के कपडे़ और खादी उत्पाद खरीदें। यही गांधीजी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। 



लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मोदी ने कहा कि शास्त्री जी की सादगी और निर्णय क्षमता सदैव स्मरणीय रहेगी। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित प्रदेशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना-रीपा‘‘ का शुभारंभ किया और विभिन्न जिलों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के शिलान्यास कार्यक्रम में भी शामिल हुए। 

इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के चयनित गौठानों को आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित करने के लिए वहां महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जा रहे हैं। प्रदेश के प्रत्येक विकासखंड में दो रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जाएंगे। बघेल ने कहा कि पहले चरण में तीन सौ रूरल इंडस्ट्रियल पार्क विकसित किए जा रहे हैं। वहीं, मुख्यमंत्री रायपुर के शहीद स्मारक भवन में संस्कृति और पुरातत्व विभाग द्वारा ‘‘गांधी, युवा और नये भारत की चुनौतियां‘‘ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। 

उन्होंने इस अवसर पर वाटर रिचार्जिंग के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले व्यक्ति और संस्था को ‘‘अनुपम मिश्र‘‘ पुरस्कार देने के साथ ही प्रसिद्ध रंगकर्मी ‘‘हबीब तनवीर‘‘ के नाम पर भी पुरस्कार देने की घोषणा की। छत्तीसगढ़ विधानसभा स्थित केंद्रीय कक्ष में विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर चरणदास महंत ने गांधी जी और शास्त्री जी के तैलचित्रों पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस मौके पर गांधी जी के प्रसिद्ध भजनों का गायन भी किया गया।

इस बीच, खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड गांधी भवन और केयूर भूषण स्मृति परिसर कंकाली पारा में आयोजित दो दिवसीय निबंध क्विज और तत्कालिक भाषण प्रतियोगिता का समापन हुआ। इस अवसर पर खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी ने कहा कि गांधी जी की जितनी आवश्यकता आजादी के पहले थी, उतनी आवश्यकता आज भी है। उन्होंने कहा कि खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा गांधीजी की विचारधारा और सिद्धांतों को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।

गांधी जयंती के मौके पर प्रदेश कांग्रेस द्वारा छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों और ब्लॉकों में आज भारत जोड़ो यात्रा निकाली गई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम कोंडागांव में निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए। इससे पहले, रायपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और कार्यकर्ताओं ने बापू के बताए सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने की शपथ ली।वहीं, आज रायपुर के महापौर एजाज ढेबर ने शास्त्री बाजार में नागरिकों को कपड़े की थैलियां बांटी और पॉलिथिन का दैनिक जीवन में त्याग करने की अपील की। 

उधर, बिलासपुर सहित दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सभी प्रमुख स्टेशनों में भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया गया। साथ ही स्टेशनों और प्रमुख स्थानों पर रैली निकालकर गांधी जी के स्वच्छ भारत के संदेश को अपनाने की अपील की गई। अपर महाप्रबंधक विजय प्रताप सिंह और मंडल रेल प्रबंधक आलोक सहाय भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

सेवा ग्राम स्थित बापू कुटी का भ्रमण

छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने अपने वर्धा प्रवास के दौरान आज सेवा ग्राम स्थित बापू कुटी का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने सेवा ग्राम परिसर के साथ ही गांधीजी के जीवन दर्शन से जुड़े विभिन्न स्थानों का अवलोकन किया। राज्यपाल ने वहां उपस्थित लोगों को गांधी जयंती की शुभकामनाएं दी और सेवा ग्राम तथा गांधी जी विषय में अपने विचार साझा किए। उन्होंने बापू की कुटिया के भ्रमण को अपनी जीवन का महत्वपूर्ण और गौरवमयी दिन बताया। उन्होंने देशवासियों से गांधी जी के दर्शन और संदेश को अपनाने का आग्रह किया।

महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यम और स्वावलंबन को मिलेगा बढ़ावा : सीएम

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रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास रायपुर में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी ‘‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना‘‘ का वर्चुअल शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादूर शास्त्री एवं छत्तीसगढ़ महतारी के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा देश और मानव समाज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का सदैव ऋणी रहेगा।



मुख्यमंत्री बघेल ने महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना को छत्तीसगढ़ के ग्रामीण स्वावलंबन के लिए ऐतिहासिक एवं क्रांतिकारी योजना बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे गांव में रोजगार और उद्यम को बढ़ावा मिलेगा। ग्रामीण आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनेंगे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के 10 गौठानों में महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के निर्माण कार्य का वर्चुअल शिलान्यास भी किया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बलौदाबाजार विकासखंड के अंतर्गत ग्राम लटुवा के गौठान में बारदाना एवं मिट्टी के बर्तन बनानें वाली महिला स्व सहायता समूहों के सदस्यों से बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया एवं उनके कार्याे की प्रशंसा की।

इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा, कृषक कल्याण परिषद अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा, विद्याभूषण शुक्ला, जिला अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर जनपद पंचायत अध्यक्ष सुमन योगेश वर्मा, जिला पंचायत सदस्य रमेश धृतलहरे, जिला पंचायत सीईओ गोपाल वर्मा,अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ हरिशंकर चौहान, सरपंच महेश्वरी दीपक साहू अन्य जनप्रतिनिधिगण व सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

उल्लेखनीय है कि बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में रीपा योजना के अंतर्गत पहले चरण में सभी पॉचों विकासखण्डों के 02-02 गौठान में 02-02 करोड़ रूपए की लागत से जिले में कुल 10 ग्रामीण औद्योगिक पार्क का निर्माण किया जाएगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन ने कहा कि भारत की आत्मा गॉव में बसती है। आज ‘‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना‘‘ के माध्यम से गॉव को आत्मनिर्भर बनाने की परिकल्पना साकार होने जा रही है। देवांगन ने ‘‘महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना‘‘ को राज्य शासन की अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना बताते हुए इसके उद्देश्यों के संबंध में जानकारी दी। 

उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य बहुत ही दूरगामी एवं व्यापक है। देवांगन ने सभी जनप्रतिनिधियों को इस योजना को धरातल पर सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने हेतु सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील की। कृषक कल्याण परिषद अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने जैविक खेती के बढ़ते प्रभाव के फायदे एवं स्वरोजगार के महत्व के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा ग्रामीणों को रोजगार दिलाकर हमारे गॉव को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने का अभिनव कार्य किया जा रहा है। 

इस अवसर पर कलेक्टर जिला पंचायत सीईओ गोपाल वर्मा ने महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना‘‘ के महत्व एवं उद्देश्य के संबंध में जानकारी देते हुए इसके सफल क्रियान्वयन हेतु व्यवहारिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी रीपा योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु अपना बहुमूल्य सुझाव दिए।

उल्लेखनीय है कि महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क योजना का मूल उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए अतिरिक्त आय का साधन बनाना है। प्रथम चरण में विकासखण्ड बलौदाबाजार के गौठान ग्राम लटुवा, पनगांव, भाटापारा में गुडेलिया, कडार सिमगा में रोहरा, केसली, कसडोल में देवरीकला, मटिया, पलारी में हरिनभट्टा एवं गिर्रा के गौठान में ग्रामीण औद्योगिक पार्क का निर्माण किया जाएगा, जहां पर चयनित आयमूलक गतिविधियों को वृहद पैमाने पर शुरू किया जाएगा।

ग्राम सभाओं का महासम्मेलन और ग्राम-स्वराज रैली दो अक्टूबर को

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रायपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर दो अक्टूबर से प्रदेश के गांवों में ग्रामसभा का आयोजन किया जाएगा। ग्रामसभा में चर्चा के लिए पंद्रह बिन्दु निर्धारित किए गए हैं। इनमें से ग्यारह बिन्दुओं पर सभी ग्रामसभाओं में और अनुसूचित क्षेत्र की ग्राम सभाओं में अतिरिक्त चार बिन्दुओं पर विशेष चर्चा की जाएगी। इस संबंध में सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। 



ग्रामसभा में निर्धारित बिन्दुओं के अलावा कलेक्टर, जिला पंचायत, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत द्वारा स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अन्य विषय-वस्तु को भी ग्रामसभा के एजेंडे में शामिल किया जा सकता है।



ग्रामसभा में गौठानों के प्रबंधन और संचालन के संबंध में चर्चा के साथ सुराजी ग्राम योजना के तहत नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी से संबंधित कार्यों की प्रगति पर चर्चा की जाएगी।  वहीं, गांधी जयंती के अवसर पर दो अक्टूबर को सर्व आदिवासी समाज द्वारा राजधानी रायपुर में ‘‘रायपुर चलो गसी’’ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत ग्राम सभाओं का महासम्मेलन और ग्राम-स्वराज रैली निकाली जाएगी।

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