Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

भारत ने ब्रह्मोस निर्यात में किया बड़ा समझौता, दो देशों ने खरीदी सुपरसोनिक मिसाइल

Document Thumbnail

 नई दिल्ली। भारत ने सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस के निर्यात को लेकर दो देशों के साथ करीब 4000 करोड़ रुपये के रक्षा सौदे किए हैं। इन समझौतों के तहत किन देशों ने मिसाइल खरीदी, यह अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, हाल ही में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में "ऑपरेशन सिंदूर" के सफल सैन्य अभियान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रह्मोस की मांग बढ़ाई है।


ब्रह्मोस की तकनीक और मारक क्षमता

ब्रह्मोस भारत और रूस की साझेदारी में विकसित सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। यह फायर एंड फॉरगेट तकनीक पर आधारित है, 3 माख (Mach 3) की रफ्तार से उड़ती है और जमीन, समुद्र और हवा तीनों से लॉन्च की जा सकती है।

  • वर्तमान मारक क्षमता: 290–450 किलोमीटर
  • नए वर्ज़न में क्षमता बढ़कर 800 किलोमीटर तक संभव
  • भारत के रक्षा निर्यात में ब्रह्मोस का योगदान 30% से अधिक

ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव

हाल ही में भारतीय वायुसेना ने PoK में आतंकवादी ठिकानों पर सफल एयर स्ट्राइक की। इस ऑपरेशन में ब्रह्मोस मिसाइल का इस्तेमाल हुआ, जिसने इसकी सटीकता और शक्ति को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित किया। माना जा रहा है कि इसी सफलता के बाद दो देशों ने भारत से ब्रह्मोस खरीदने का फैसला किया।

क्यों छिपाए गए देशों के नाम?

भारत और ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने दोनों देशों के नाम सार्वजनिक नहीं किए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार यह जियो-पॉलिटिकल संवेदनशीलता के चलते किया गया। यह संभव है कि सौदे चीन या पाकिस्तान के पड़ोसी या विरोधी देशों के साथ हुए हों।

संभावित खरीदार देश

  • वियतनाम – दक्षिण चीन सागर में चीन से सीमा विवाद, ब्रह्मोस के लिए लंबे समय से रुचि।
  • इंडोनेशिया – चीन के बढ़ते समुद्री प्रभाव को देखते हुए भारत से मिसाइल खरीदने की संभावना।
  • सऊदी अरब – हाल के वर्षों में भारत के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने में रुचि, ब्रह्मोस डील की बातचीत जारी।

भारत का बढ़ता रक्षा निर्यात

भारत अब केवल हथियारों का आयातक नहीं बल्कि मजबूत रक्षा निर्यातक बन चुका है। वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का रक्षा निर्यात 21,000 करोड़ रुपये से अधिक रहा। नई लखनऊ फैक्ट्री में हर साल 150 ब्रह्मोस मिसाइलों का उत्पादन संभव है, जिससे निर्यात क्षमता और बढ़ेगी।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अब अपने रक्षा उत्पादों के लिए वैश्विक स्तर पर भरोसेमंद साझेदार बन गया है।

Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.