नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में होने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें वार्षिक उच्च-स्तरीय सत्र में हिस्सा नहीं लेंगे। संयुक्त राष्ट्र की संशोधित वक्ताओं की सूची के अनुसार, आम बहस में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर करेंगे।
इस बार का सत्र 9 सितंबर से शुरू होकर 29 सितंबर तक चलेगा। उच्च-स्तरीय आम बहस 23 सितंबर को होगी, जिसकी शुरुआत पारंपरिक रूप से ब्राज़ील करेगा। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मंच से दुनिया को संबोधित करेंगे। यह उनके दूसरे कार्यकाल में संयुक्त राष्ट्र महासभा का पहला संबोधन होगा।
वैश्विक संकटों के बीच अहम सत्र
इस वर्ष का सत्र इज़राइल-हमास युद्ध और यूक्रेन संघर्ष जैसे बड़े वैश्विक संकटों के बीच हो रहा है। 26 सितंबर को इज़राइल, चीन, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों के शासनाध्यक्ष भी भाषण देंगे। इस बार महासभा का विषय रखा गया है– ‘एक साथ बेहतर: शांति, विकास और मानवाधिकारों के लिए 80 वर्ष और उससे भी अधिक।’
भारत का एजेंडा
भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर शांति, विकास, बहुपक्षीय सहयोग और अन्य वैश्विक चुनौतियों पर देश का दृष्टिकोण रखेंगे। इस सत्र में संयुक्त राष्ट्र की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में जलवायु शिखर सम्मेलन, लैंगिक समानता, आर्थिक स्थिरता, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) शासन, स्वास्थ्य और अल्पसंख्यक अधिकारों पर उच्च-स्तरीय चर्चाएँ भी होंगी।