रायपुर। छत्तीसगढ़ में सरकार की सख्ती और समझाइश के बाद एनएचएम कर्मचारी 32 दिन लंबी हड़ताल के बाद शुक्रवार को वापस काम पर लौट गए। देर शाम तक सभी जिलों में कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर ज्वाइनिंग दे दी। स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है और उम्मीद जताई जा रही है कि शनिवार से ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था फिर पटरी पर लौट आएगी, जिससे जनता को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
हड़ताल की वजहें
एनएचएम कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर थे। इनमें शामिल थे:
- नियमितीकरण
- ग्रेड पे
- अनुकंपा नियुक्ति
- और अन्य मांगें
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, डाटा एंट्री ऑपरेटर, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट सहित अन्य कर्मचारी 18 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे। इस हड़ताल के कारण पीएचसी, सीएचसी और सब-हेल्थ सेंटर की स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हुईं और जनता को परेशानी का सामना करना पड़ा।
हड़ताल का क्रम
18 अगस्त से हड़ताल के दौरान एनएचएम संघ ने प्रदेशभर में अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन किया। शासन ने कर्मचारियों को पांच मांगें मानने का आश्वासन दिया, लेकिन ग्रेड पे और अन्य मांगों पर लिखित आश्वासन की मांग पर कर्मचारी अड़े रहे।
शासन ने 16 सितंबर की शाम तक वापस लौटने का कड़ा निर्देश दिया था, लेकिन कर्मचारी अपनी हड़ताल पर बने रहे। अंततः शुक्रवार को हड़ताल समाप्त कर ज्वाइनिंग दी गई।