रायपुर, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप ने आज नारायणपुर जिले के एक दिवसीय प्रवास के दौरान बाईक एवं पैदल चलकर कच्चापाल के जलप्रपात पहुंचकर अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ के जंगल, पहाड़ और झरने यहां की पहचान हैं। यदि इन्हें सुनियोजित ढंग से विकसित किया जाए तो नारायणपुर जिले का नाम पर्यटन के मानचित्र पर और अधिक रोशन होगा। कच्चापाल जलप्रपात को हम प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों की श्रेणी में शामिल करने की दिशा में कार्य करेंगे।
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बाईक एवं पैदल चलकर वनमंत्री पहुंचे कच्चापाल के जलप्रपात |
विवेकान्द आश्रम कच्चापाल में पहुंचकर वन मंत्री ने शिक्षक दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। बच्चों के द्वारा संगीतमय स्वागत गीत के साथ वन मंत्री श्री कश्यप का स्वागत किया गया। इस अवसर उन्होंने बच्चों से कहा की अपने प्रथम गुरू माता-पिता के बताए रास्ते पर चलकर अपने भविष्य को गढ़ने का कार्य करें, जिससे भविष्य में अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कठिन परिश्रम की आवश्यकता है। गुरूजन मोमबत्ती के समान होते है जो जल कर दुसरे को प्रकाश देते है। इस प्रकार गुरूजनों से विद्यार्जन ग्रहण कर अपने भविष्य को सुखमय बनाने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया। गुरूजनों की मांग पर वादयंत्र एवं माईक सेट प्रदाय करने का घोषणा किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष नारायण मरकाम, नगर पालिका अध्यक्ष इंद्र प्रसाद बघेल, एसडीएम अभयजीत मंडावी सहित जिला स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि और ग्रामीणजन मौजूद थे।