रायपुर। बस्तर संभाग में धर्मांतरण के खिलाफ विरोध लगातार तेज हो रहा है। कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर तहसील के ग्राम पंचायत घोठिया में ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से पास्टर और पादरियों के प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला लिया है।
गांव में हुई आम बैठक में आदिवासी समाज समेत अन्य वर्गों के लोग भी शामिल हुए। ग्रामीणों ने कहा कि धर्मांतरण से उनकी संस्कृति, परंपरा और आस्था को खतरा है, इसलिए घोठिया में अब किसी भी तरह की प्रार्थना सभा या कन्वर्जन गतिविधि नहीं होगी।
पहले ही कांकेर जिले के दो दर्जन से अधिक गांवों में मिशनरी गतिविधियों पर रोक लगाई जा चुकी है। भानुप्रतापपुर ब्लॉक के घोटा, कुडाल, बांसला, परवी केंवटी और अंतागढ़ ब्लॉक के हवेचुर, बोदेनार सहित कई गांव पहले यह निर्णय ले चुके हैं।
ग्रामीणों ने कहा कि वे हर हाल में अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं की रक्षा करेंगे। यही कारण है कि यह विरोध अब गांव-दर-गांव फैलता जा रहा है।