रायपुर । छत्तीसगढ़ के दुर्ग ज़िले के बागडूमर इलाके स्थित एक निजी स्कूल में नर्सरी कक्षा की छात्रा को 'राधे-राधे' बोलने पर प्रताड़ित किए जाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। आरोप है कि 30 जुलाई को स्कूल की प्रिंसिपल और संचालिका ने छात्रा के मुंह पर टेप चिपका दिया और छड़ी से उसकी पिटाई की।
यह मामला अब पुलिस के साथ-साथ छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पास भी पहुंच गया है, जिसने इसे गंभीरता से लेते हुए स्वतः संज्ञान लिया है।
आयोग ने पीड़ित बच्ची और उसके अभिभावकों से मुलाकात कर स्वास्थ्य रिपोर्ट प्रस्तुत करने को भी कहा है।
“यह सिर्फ एक मासूम बच्ची के धार्मिक अभिव्यक्ति के अधिकार का हनन नहीं, बल्कि किशोर न्याय अधिनियम की धारा 75 के तहत बच्चों के प्रति क्रूरता का मामला है। मैं भरोसा दिलाती हूं कि इस प्रकरण की गंभीर और निष्पक्ष जांच की जाएगी ताकि दोषियों को कठोर से कठोर सजा मिल सके।”
अब जब बाल संरक्षण आयोग ने भी इस प्रकरण में दखल दिया है, तो मामले में आगे कड़ी कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।