Chhattisgarh ka weather: छत्तीसगढ़ में मानसून एक बार फिर रौद्र रूप में है। शनिवार को राज्य के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। राजधानी रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर सहित कई जिलों में दिनभर घने बादलों के बीच तेज हवाओं और भारी बारिश का दौर जारी है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। लोगों से अपील की गई है कि वे अत्यंत आवश्यक होने पर ही घर से निकलें और मौसम संबंधी चेतावनियों का पालन करें।
कहाँ कितना खतरा? ऑरेंज-येलो अलर्ट का अपडेट
ऑरेंज अलर्ट: रायपुर, बिलासपुर, बलरामपुर, जशपुर, सूरजपुर, महासमुंद, गरियाबंद और बेमेतरा में अगले 3 घंटे तक तेज बारिश, गरज-चमक और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है।
येलो अलर्ट: दुर्ग, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर, कोंडागांव, बस्तर, धमतरी, बालोद और राजनांदगांव में तेज बारिश और हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है।
बारिश का असर: नदी-नाले उफान पर, यातायात प्रभावित
प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यम से भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है। इसके कारण नदी-नाले उफान पर हैं और कई स्थानों पर सड़कों पर जलभराव हो गया है, जिससे यातायात बाधित हुआ है।
ग्रामीण क्षेत्रों में पुल-पुलिया के ऊपर से पानी बहने की सूचना भी मिल रही है, जिससे गांवों का संपर्क शहरों से टूट सकता है।
तापमान में गिरावट, मौसम में घुली हल्की ठंडक
बारिश के चलते दुर्ग जिले में शनिवार को राज्य का सबसे कम न्यूनतम तापमान 20.2°C दर्ज किया गया। रायपुर में अधिकतम तापमान 24–27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। इसने लोगों को गर्मी से राहत जरूर दी है, लेकिन लगातार बारिश ने सामान्य जनजीवन पर प्रभाव डाला है।
क्या है वजह? बंगाल की खाड़ी से आ रहा है सिस्टम
मौसम विभाग के अनुसार, यह बारिश पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने एक दबाव के क्षेत्र का असर है, जो अब छत्तीसगढ़ पर सक्रिय हो गया है। यही सिस्टम आने वाले दिनों में और तेज बारिश का संकेत दे रहा है।