Operation Sindoor : भारत की ओर से पाकिस्तान को एक्सपोज करने का कार्यक्रम जारी है. कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में सर्वदलीय डेलिगेशन कोलंबिया में है, जहां उन्होंने कोलंबिया को ही आड़े हाथ लिया है. दरअसल, कांग्रेस सांसद ने पाकिस्तान को लेकर कोलंबियाई सरकार की प्रतिक्रिया पर निराशा जाहिर की है, जिसने आतंकवाद के पीड़ितों के बजाय भारतीय हमलों से पाकिस्तान में जानमाल की हानि पर संवेदना जताई थी.
थरूर ने कहा, ‘हम कोलंबियाई सरकार की प्रतिक्रिया से थोड़े निराश हैं, जिसने आतंकवाद के पीड़ितों के प्रति सहानुभूति दिखाने के बजाय भारतीय हमलों के बाद पाकिस्तान में हुई जानमाल की हानि पर संवेदना व्यक्त की है. हमें लगता है कि जब ये बयान दिया गया तब शायद स्थिति को पूरी तरह से नहीं समझा गया था. ये समझना हमारे लिए बेहद जरूरी है. हम एक ऐसा देश हैं जो वास्तव में दुनिया में रचनात्मक प्रगति के लिए एक ताकत रहे हैं. हमें निश्चित रूप से उम्मीद है कि अन्य सरकारें उन लोगों से कहेंगी जो आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह और संरक्षण देते हैं कि वे ऐसा करना बंद करें. यह वास्तव में बहुत मददगार होगा, चाहे सुरक्षा परिषद में हो या उसके बाहर.’
भारत चार दशकों से झेल रहा आतंकवाद
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि 'हम कोलंबिया से इस मुद्दे पर विस्तार से बातचीत करने को बहुत इच्छुक हैं। हमारे पास, जैसा कि मैंने कहा, बहुत ठोस सबूत हैं। वास्तव में, जब यह आतंकी हमला हुआ, तो उसे ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ नामक संगठन ने तुरंत जिम्मेदारी के साथ स्वीकार किया, जो कि पाकिस्तान के मुरीदके स्थित लश्कर-ए-तैयबा का एक इकाई है। जैसे कोलंबिया ने कई आतंकी हमलों का सामना किया है, वैसे ही भारत ने भी किया है। हम पिछले लगभग चार दशकों से बड़ी संख्या में हमलों को झेलते आ रहे हैं।'
कोलंबिया को कोई गलतफहमी
थरूर ने कोलंबिया को समझाया कि आतंकवादियों को भेजने वालों और उसका विरोध करने वालों में अंतर है. भारत ने सिर्फ अपनी सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया. अगर कोलंबिया में कोई गलतफहमी है, तो वह उसे दूर करने आए हैं. उन्होंने कहा कि शायद कोलंबिया ने स्थिति को पूरी तरह नहीं समझा. इसलिए उसने पाकिस्तान के लिए दुख जताया. भारत चाहता है कि दुनिया के देश पाकिस्तान से कहें कि वह आतंकवादियों को पनाह देना बंद करे.
थरूर ने कहा कि भारत और कोलंबिया दोनों ने आतंकवाद का दर्द झेला है. भारत चार दशक से आतंकी हमले सह रहा है. कोलंबिया भी ऐसी घटनाओं से गुजरा है. भारत दुनिया में शांति और प्रगति के लिए काम करता है. थरूर ने उम्मीद जताई कि कोलंबिया जैसे देश पाकिस्तान को आतंकवादियों की मदद बंद करने के लिए कहेंगे. यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अंदर या फिर बाहर हो सकता है.
पाक-चीन गठजोड़ पर भड़के थरूर
थरूर ने पाकिस्तान की सैन्य ताकत पर भी बात की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के 81 फीसदी सैन्य उपकरण चीन से आते हैं. ये उपकरण रक्षा के लिए नहीं, बल्कि हमले के लिए हैं. थरूर ने चीन के बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट का ज़िक्र किया. इसका सबसे बड़ा प्रोजेक्ट पाकिस्तान में है. इसे चाइना-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर कहते हैं. यह एक हाईवे है जो चीन को पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिम बंदरगाह से जोड़ता है. इससे चीन को सामान तेजी से ले जाने में मदद मिलती है. थरूर ने कहा कि भारत को पाकिस्तान के विकास से कोई दिक्कत नहीं है. भारत का विरोध सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ है.