Boycott Turkey: पाक के नापाक इरादों में सहयोगी की भूमिका में रहे तुर्किये व अजरबैजान की यात्रा और वस्तुओं को लेकर राज्य के प्रमुख व्यावसायिक संगठनों ने बहिष्कार का निर्णय लिया है। इसके तहत राजधानी के बाजार में तुर्किये से आने वाले फल का आयात नहीं करने का निर्णय लिया गया है।
तुर्किये से फल नहीं लाएंगे व्यापारी
व्यावसायिक संगठनों के अनुसार तुर्किये से सेब, संतरा, नाशपाती व बाबूगोशा की आवक होती है। पटना फ्रूट एवं वेजीटेबल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शशिकांत प्रसाद ने कहा कि जो हमारे देश का नहीं हो सकता, वह हमारा कभी नहीं हो सकता है।
ऐसे में अब बाजार समिति में वहां से आने वाले फलों को नहीं मंगाने का निर्णय किया गया है। यही नहीं, व्यवसायियों से अजरबैजान की यात्रा का भी बहिष्कार करने का आग्रह किया गया है।
रासायनिक चीजों का भी कारोबार होगा कम
बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रदीप चौरसिया ने बताया कि इन दोनों जगहों से कुछ रासायनिक चीजों का कारोबार होता है। इन देशों से उत्पाद या कारोबार को कम करने को लेकर सभी को सलाह दे दी गई है। हाल के कुछ वर्ष पहले तक अजरबैजान की यात्राएं होती थीं, लेकिन अब पूरी तरह बहिष्कार का आह्वान किया है।
तुर्की-अजरबैजान बॉयकॉट का दिख रहा है असर, फ्लाइट कैंसिलेशन 250% बढ़ा
भारत में तुर्की और अजरबैजान के बॉयकॉट को लेकर इंटरनेट पर ट्रेड चल रहा है. लोग कह रहे हैं कि वो इन दोनों देशों में यात्रा करने से बचें. अब इस अभियान का असर साफ दिखाई देने लगा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत की सबसे बड़ी ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी MakeMyTrip (MMT) ने बताया कि पिछले एक हफ्ते में तुर्की और अजरबैजान के लिए बुकिंग 60 प्रतिशत तक घट गई है.
फ्लाइट कैंसिलेशन 250% बढ़ा
कैंसलेशन में 250 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी हुई है. भले ही इस समय MMT ने इन देशों की फ्लाइट बुकिंग पूरी तरह से बंद नहीं की है, लेकिन कंपनी ने एक बयान में कहा कि हम अपने देश और सेना के साथ खड़े हैं. इसलिए हम सभी से ये अपील करते हैं कि इस समय आप इन देशों में गैर-जरूरी यात्रा करने से बचें. इतना ही नहीं, इन देशों के लिए चल रहे सभी प्रमोशन और ऑफर्स बंद कर दिए हैं, ताकि लोगों को वहां यात्रा करने से रोका जा सके.