Himachal Weather : हिमाचल प्रदेश में सर्दियों के सीजन की विदाई से पहले जमकर मूसलाधार बारिश ने कई इलाकों में कहर बरपाया. प्रदेश के कुल्लू, शिमला, लाहौल स्पीति, किन्नौर और कांगड़ा के कई इलाकों में बारिश और बर्फबारी से काफी नुकसान हुआ है. शुक्रवार को कुल्लू के पाहनाला और कांगड़ा के छोटा भंगाल के मुल्थान में बादल फटे और यहां पर काफी नुकसान देखे को मिला. शुक्रवार रात को भी कुल्लू के गांधीनगर में भूस्खलन होता रहा और यहां से लोग सुरक्षित जगह में चले गए हैं. हालांकि, शनिवार को प्रदेश में मौसम साफ हो गया है और धूप खिलने लगी है.
28 फरवरी की शाम को राज्य आपदा प्रबंधन की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया कि भारी बर्फबारी और भूस्खलन के कारण पूरे राज्य में परिवहन और बिजली आपूर्ति पर गंभीर असर पड़ा है. पांच नेशनल हाईवे सहित कुल 583 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जिनमें 85 राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं. इसके अलावा, 2,263 विद्युत ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं, जिससे कई इलाकों में बिजली गुल हो गई है, और 279 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं.
चंबा जिले में सबसे ज्यादा 125 सड़कें बाधित हुई हैं, जिससे कई ग्रामीण और शहरी इलाकों का संपर्क कट गया है. किन्नौर जिले में 76 सड़कें अवरुद्ध हैं, जहां भारी बर्फबारी ने यातायात को पूरी तरह ठप कर दिया है. कुल्लू जिले में 31 सड़कें बंद हो गई हैं, जिनमें रोहतांग पास (NH-03), मनाली से जालोरी पास (NH-305) और सोलांग नाला एटीआर शामिल हैं. इस कारण पर्यटकों और स्थानीय लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लाहौल-स्पीति जिले में 82 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जहां शिंकुला, काजा और अन्य दुर्गम क्षेत्रों में बर्फबारी के चलते रास्ते पूरी तरह बंद हो गए हैं.
मंडी जिले में 41 सड़कें अवरुद्ध हैं, जिसमें NH-21 (मंडी से कुल्लू) और बंला-जालोरी सुरंग के पास का मार्ग शामिल है. इस वजह से मंडी से कुल्लू जाने वाला मुख्य मार्ग भी ठप हो गया है. शिमला जिले में 30 सड़कें अवरुद्ध हैं, जिससे रामपुर और आसपास के क्षेत्रों में आवागमन बाधित हो गया है. सिरमौर जिले में भी 30 सड़कें बंद हैं, जबकि ऊना में 6 सड़कें अवरुद्ध हुई हैं.