Budget 2025 Live : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार आठवां बजट पेश कर रहीं है, जिसमें ऐसे उपायों की उम्मीद है जो उच्च कीमतों और स्थिर वेतन वृद्धि से जूझ रहे मध्यम वर्ग पर बोझ को कम करेंगे, साथ ही यह राजकोषीय दृष्टि से विवेकपूर्ण भी होंगे।
शुक्रवार को पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, 2025-26 में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.3-6.8 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, भारत को अपनी मध्यम अवधि की विकास क्षमता को मजबूत करने के लिए संरचनात्मक सुधारों और विनियमन की आवश्यकता होगी, लेकिन निवेश गतिविधि में तेजी आने की संभावना है।
कृषि क्षेत्र और किसानों के लिए घोषणाएं:
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार तुअर, उड़द और मसूर के उत्पादन पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने बताया कि 'मेक इन इंडिया', रोजगार सृजन, नवाचार, ऊर्जा आपूर्ति, खेलों का विकास और एमएसएमई का विस्तार सरकार की विकास यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जिसे सुधारों के माध्यम से गति दी जा रही है। इस पहल से 1.7 करोड़ किसानों को लाभ मिलने की संभावना है।
कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाएंगे
वित्त मंत्री ने कहा कि राज्यों की भागीदारी से ग्रामीण समृद्धि और अनुकूलन निर्माण को बढ़ावा दिया जाएगा। कौशल विकास और निवेश के माध्यम से कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के नए विकल्प तैयार करना है, जिसमें युवा किसानों, ग्रामीण महिलाओं और छोटे किसानों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
तुअर, उड़द और मसूर की खेती को बढ़ावा
योजना के पहले चरण में 100 कृषि प्रधान जिलों को शामिल किया जाएगा। सरकार खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए राष्ट्रीय तेल मिशन चला रही है। वित्त मंत्री ने बताया कि 10 साल पहले किए गए ठोस प्रयासों के चलते भारत ने दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त की थी। इसके बाद से किसानों की आय और आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है। अब सरकार विशेष रूप से तुअर, उड़द और मसूर की खेती को बढ़ावा देने पर काम कर रही है। इस योजना के तहत, केंद्रीय एजेंसियां किसानों के साथ पंजीकरण और करार करेंगी। अगले चार वर्षों में एजेंसियां किसानों द्वारा लाए गए उतने ही दलहन की खरीद करेंगी, जितना वे बाजार में उपलब्ध कराएंगे।
संसद में निर्मला सीतारमण के बजट पेश करते ही विपक्ष ने हंगामा किया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लोकसभा में बजट भाषणा शुरू करते ही कांग्रेस समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों ने जमकर हंगामा किया। विपक्षी पार्टियों के सांसद कुंभ भगदड़ पर चर्चा की मांग करते हुए लोकसभा से वॉकआउट कर गए।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बजट भाषण शुरू किया
वित्त मंत्री ने लोकसभा के पटल पर बजट पेश करते हुए कहा कि यह बजट सरकार की ओर से विकास को बढ़ाने के मकसद से पेश किया जा रहा है। मिडिल क्लास की क्षमता में वृद्धि करने और सभी के विकास के लिए यह बजट समर्पित है। हमने इकोनॉमी दुनिया के तेजी से बढ़ते अर्थव्यवस्था में से एक है। ऐसे में विकसित हो रहे भारत की उम्मीदों से हमें प्रेरणा दी है।
पीएम मोदी ने कहा ये ये गरीब-किसानों, महिलाओं, युवाओं का बजट
बजट को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी मिल गई है। पीएम मोदी की अगुवाई में यह बैठक हुई। इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि यह बजट गरीब-किसानों, महिलाओं और युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने वाला है।