Mahakumbh 2025: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को अहमदाबाद में हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान द्वारा आयोजित मेले का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि वो 27 जनवरी को पवित्र गंगा में डुबकी लगाने प्रयागराज जाएंगे।
प्रयागराज में 144 साल बाद महाकुंभ लगा है
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि आज हिंदू आध्यात्मिक सेवा मेले का उद्घाटन हुआ है। वहीं प्रयागराज में 144 साल बाद महाकुंभ लगा है। दुनिया इस पर हैरान है। अनेक देशों के लोगों ने मुझसे कहा कि हमें आमंत्रण पत्र चाहिए। मैंने उन्हें समझाया कि कुंभ एक मेला है, जिसमें किसी निमंत्रण की जरूरत नहीं है। वे हैरान हैं कि 40 करोड़ लोग बिना निमंत्रण के एक जगह आते हैं। वे मुझसे पूछते हैं कि इसे कौन प्रबंधित करता है। मैंने उनसे कहा कि सरकार द्वारा किया गया प्रबंधन राम सेतु बनाने में गिलहरी के योगदान जितना महत्वपूर्ण है।
गुजरात की जनता से अपील है कि वे इस पुण्य का भागी बनें
मुगल और कांग्रेस के राज के दौर में भी महाकुंभ का आयोजन होता था और आज भी महाकुंभ का आयोजन बेहद सुंदर तरीके से हुआ है। गुजरात की जनता से अपील है कि वे इस पुण्य का भागी बनें। हर किसी को मौका नहीं मिलता। इस बार महाकुंभ 144 साल में लगा है, वहां हर किसी को जाना चाहिए। मैं अपने जीवन में 9 कुंभ में जा चुका हूं। अर्धकुंभ देखे हैं लेकिन महाकुंभ में 27 जनवरी को जाने वाला हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच फरवरी को महाकुंभ मेला 2025 का दौरा कर सकते हैं। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 27 जनवरी को मेले में शामिल होने वाले हैं। उम्मीद है कि एक फरवरी को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी समारोह का हिस्सा बनेंगे। 27 जनवरी को गृहमंत्री अमित शाह अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक महाकुंभ में हिस्सा लेंगे। वह संगम में पवित्र डुबकी लगाएंगे। गंगा पूजा करेंगे और अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
इससे पहले मंगलवार को महाकुंभ मेले में श्रद्धालु जुटे, जबकि क्षेत्र में घना कोहरा छाया हुआ था। खराब मौसम की स्थिति का तीर्थयात्रियों की संख्या पर कोई असर नहीं पड़ा। आने वाले दिनों में तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है, जिसमें चार प्रमुख शाही स्नान होंगे। अगली प्रमुख स्नान तिथियों में 29 जनवरी (मौनी अमावस्या), तीन फरवरी (बसंत पंचमी), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महाशिवरात्रि)।