Paris Olympic 2024 : पेरिस ओलंपिक 2024 में मनु भाकर ने भारत को पहला पदक दिलाया। दूसरे दिन विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग के फाइनल में तीसरा स्थान हासिल किया। मनु भाकर पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं, जिन्होंने ओलंपिक शूटिंग में भारत के लिए ब्रांज मेडल जीता। फाइनल में मनु भाकर ने कुल 221.7 अंक हासिल किए।
पेरिस ओलंपिक के पहले दिन शाम होते-होते भारत के अच्छी खबर आई थी। एक तरफ जहां दिग्गज शूटरों ने भारत को निराश किया था तो वहीं, मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। 580 अंकों के साथ वह तीसरे स्थान पर रहीं। भाकर ने पहली सीरीज में 97, दूसरी में 97, तीसरी में 98, चौथी में 96, 5वीं में 96 और छठी में 96 अंक हासिल किए थे। फाइनल में मनु भाकर का सामना वियतनाम, तुर्किए, कोरिया, चीन, और हंगरी के खिलाड़ियों से हुआ।
हरियाणा की रहने वाली हैं मनु
शूटिंग गर्ल मनु भाकर का जन्म हरियाणा के झज्जर में हुआ था. युवा अवस्था में ही मनु भाकर रैंकिंग के माध्यम से भारत की शूटिंग स्टार बन गई. दरअसल, मनु भाकर ने स्कूल के दिनों में टेनिस, स्केटिंग और मुक्केबाजी जैसे मुकाबलों में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था. इसके अलावा उसने 'थान टा' नामक एक मार्शल आर्ट में भी भाग लेकर राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीता था. इसके बाद 14 वर्ष की उम्र में मनु ने शूटिंग में अपना करियर बनाने का अंतिम फैसला किया. दरअसल, उस वक्त रियो ओलंपिक 2016 खत्म हुआ था, जिससे प्रभावित होने के बाद उन्होंने इसके एक हफ्ते के अंदर ही अपने पिता से शूटिंग पिस्टल लाने की गुहार लगाई थी. हमेशा की तरह मनु के पिता राम किशन भाकर ने इस बार उनका साथ दिया और एक शूटिंग बंदूक खरीदकर बेटी के हाथों में थमा दी. मनु का वह वह एक ऐसा फैसला था, जिसने आज मनु भाकर को ओलंपियन बना दिया है. 2017 की राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में मनु भाकर ने ओलंपियन और पूर्व विश्व नंबर-1 हीना सिद्धू को चौंकाते हुए 242.3 के स्कोर के साथ एक नया रिकॉर्ड बनाया. इसकी बदौलत उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में हिना को हरा दिया.