Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

सिरपुर का विश्व धरोहर -2024 की सूची में शामिल न होना दुर्भाग्यजनक- डॉ पाणिग्राही

भारत का एकमात्र नामांकन 2024 यूनेस्को सूची में शामिल।



महासमुन्द । विश्व धरोहर की टीम के जुलाई में आगमन की प्रतीक्षा में थे छत्तीसगढ़ वासी। मिल रही जानकारी के अनुसार भारत का एक मात्र नामांकन विश्व धरोहर 2024 के लिए असम के "चराइदेव के मोईदाम " का नामांकन विश्व धरोहर सूची में शामिल हुआ है। छत्तीसगढ़ के विश्व विख्यात पुरा नगरी सिरपुर का विश्व धरोहर सूची में शामिल न होना हर छत्तीसगढ़ीया के लिए अत्यंत ही निराशाजनक समाचार है । ग्रीन केयर सोसायटी इंडिया बहुत समय से सिरपुर को विश्व धरोहर में शामिल करने की मांग करते आ रही है । 18 अप्रैल को विश्व विरासत दिवस 2024 के अवसर पर इस मांग को पुनः दुहराते हुए प्रदेश के मुख्य मंत्री विष्णुदेव साय एवम तत्कालीन पर्यटन एवम संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को पत्र लिखा था ।

यूनेस्को की टीम के समक्ष हो मजबूत दावेदारी

छत्तीसगढ़ प्रदेश के महासमुंद जिले का विश्व विख्यात धार्मिक, बौद्धिक एवम पुरातात्विक स्थल सिरपुर शीघ्र ही विश्व विरासत में हो शामिल । अपनी इस मांग की पुनरावृति करते हुए ग्रीन केयर सोसायटी इंडिया के अध्यक्ष डॉ विश्वनाथ पाणिग्राही एवम डायरेक्टर अमूजूरी बिस्वनाथ ने कहा कि हम सिरपुर को विश्व धरोहर में शामिल करने की मांग यूं ही नहीं कर रहे हैं । अपितु सिरपुर में विश्व धरोहर में शामिल होने की सभी अंतरराष्ट्रीय मान्यताएं एवम साख्य मौजूद हैं । सिरपुर बौद्ध धर्म , शैव धर्म ,वैष्णव धर्म ,जैन धर्म के स्थापत्य कला को आज भी अपने में समेटे हुए है । भारत का सबसे बड़ा बौद्ध स्थल है । अनेक बौद्ध विहार , भिक्षुओं को पढ़ाने के प्रमाण सहित बौद्ध विद्वान नागार्जुन के आने के प्रमाण है । खुदाई में बौद्ध कालीन खंडहर भगवान बुद्ध की भव्य प्राचीन मूर्ति ,बाजार ,अस्पताल ,बंदरगाह होने के साख्य मिले हैं ।


लाल ईंटों से बना भारत का पहला मंदिर


लक्ष्मण मंदिर जिसमे सीमेंट का उपयोग नही हुआ है तथा ताजमहल से भी 1100 पहले का निर्माण है । चीन के बौद्ध भिक्षु व्हेन सांग के ग्रंथों में भी सिरपुर का उल्लेख मिलता है । बौद्ध भिक्षु व्हेन सांग के सिरपुर आने तथा सिरपुर में कुछ वर्ष रहने के उल्लेख मिलते हैं । रामायण काल के भी अनेक उल्लेख मिलते हैं ।


इतनी सारी विशेषताओं एवम पात्रता के मापदंडों में खरा होने के बाद भी अब तक विश्व धरोहर में शामिल न हो पाना आश्चर्यजनक है । अभी हमारे देश में कुल 42 विश्व धरोहर हैं लेकिन छत्तीसगढ़ का एक भी साइट अब तक शामिल नहीं है। जुलाई में यूनेस्को की टीम सिरपुर आने के समाचार मिल रहे थे लेकिन मिल रहा है समाचार सिरपुर शामिल नहीं होगा, 2024 यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में । हमारी संस्था ग्रीन केयर सोसाइटी इंडिया की पुरजोर मांग है कि क्या कमी रह गई है इस पर चिंतन मनन हो , तदानुसार अगला प्रतुतिकरण एवम दावा प्रस्तुत हो। जिससे कम से कम अगला विश्व धरोहर की सूची में जो देश का 44 वा एवम छत्तीसगढ़ का पहला विश्व धरोहर के रूप में सिरपुर शामिल हो । गौरतलब है कि पहली बार भारत में यूनेस्को विश्व धरोहर का सत्र 21 से 31जुलाई तक आयोजित है । इस संबध में हमारी संस्था पुनः मुख्य मंत्री जी को पत्र लिख रही है । विश्व धरोहर के रूप में हमारा सिरपुर स्थान प्राप्त करे । हमारा छत्तीसगढ़ प्रदेश गौरवान्वित होगा

Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.