T20 World Cup 2024 :पिछले साल पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और फिर वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हारने के बाद आखिरकार भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसी की कड़वी दवा पिला दी। टी-20 वर्ल्ड कप 2024 में सुपर-8 के अपने आखिरी मैच में हराकर कंगारुओं को हराकर सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली है, जहां उसका सामना इंग्लैंड से होगा। अब अगर आज अफगानिस्तान, बांग्लादेश को हरा देता है या मैच रद्द हो जाता है तो ऑस्ट्रेलिया टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगा। चलिए आपको भारत की ऑस्ट्रेलिया पर बंपर जीत के तीन वजहों के बारे में बताते हैं। जानते हैं वो तीन फैक्टर्स, जिनके बलबूते टीम इंडिया ने कंगारुओं का घमंड तोड़ा।
सोमवार रात भारत की इस शानदार जीत के शिल्पकार उसके कप्तान रोहित शर्मा रहे, जिन्होंने सिर्फ 41 गेंद में 92 रन की ताबड़तोड़ पारी खेलकर विशाल स्कोर की नींव रखी। रोहित ने सिर्फ 19 गेंद में इस वर्ल्ड कप का सबसे तेज अर्धशतक ठोका। अब वह टी-20 वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे तेज फिफ्टी जड़ने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। रोहित शर्मा ने अपने टी-20 करियर में छक्का को दोहरा शतक पूरा करते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया और T20I में सबसे ज्यादा रन (4165) बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए।
पूरे मैच में रोहित शर्मा ही रोहित शर्मा छाए रहे। बल्ले से गर्दा उड़ाने के बाद उन्होंने कप्तानी में भी प्रभावित किया। खुद के ऊपर कभी दबाव हावी नहीं होने दिया। स्कोरबोर्ड पर टंगा रन कुशन उन्हें कूल बनाए रखने में मदद कर रहा था। इतना ही नहीं उनके फैसले भी लाजवाब रहे। वह लगातार फील्ड चेंज करते रहे। स्पिन और पेस बॉलिंग का जबरदस्त मकड़जाल बुना। भारत की ओर से अर्शदीप सिंह (3/37) और स्पिनर कुलदीप यादव (2/24) ने अहम मौकों पर विकेट निकाले और भारत को मुकाबले में बनाए रखा। बुमराह ने भी कसी गेंदबाजी की।
सही समय पर आउए हुए हेडपिछले वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में अपनी पारी से टीम इंडिया के अरमानों पर पानी फेरने वाले ओपनर ट्रेविस हेड एक बार फिर क्रीज पर जम गए और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। उन्होंने 43 गेंद पर 9 फोर और 4 सिक्स की मदद से 76 रन बनाए। वह तेजी से रन जुटा रहे थे, लेकिन 17वें ओवर में कप्तान रोहित शर्मा ने अपने सबसे बड़े मैच विनर जसप्रीत बुमराह को दोबारा अटैक पर लगाया और उन्होंने हेड को निपटाकर भारत को राहत की सांस दी। वह 150 के टोटल पर आउट हुए, तब जाकर मुकाबला भारत की पकड़ में आया। हेड के जाने के बाद पारी की रफ्तार धीमी पड़ी और ऑस्ट्रेलियाई टीम 181/7 के टोटल तक ही पहुंच सकी।