महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में सोमवार शाम आंधी-तूफान और बारिश ने जमकर तबाही मचाई. धूल भरी आंधी से सड़कों पर कोहराम मच गया. धूल का गुबार उड़ने से सड़कों पर गाड़ियों एक-दूसरे से टकरा गईं. इसी बीच घाटकोपर इलाके में एक पेट्रोल पंप पर होर्डिंग गिर पड़ी. इस दौरान 88 लोग होर्डिंग के नीचे दब गए. 14 लोगों की मौत हो गई है, जबकि बाकी 74 घायल हुए. 1 की हालत गंभीर है. 31 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. NDRF की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. खुद सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया.
बता दें कि मुंबई में सोमवार दोपहर के समय मौसम सामान्य था. शाम होते-होते अचानक मौसम में बदलाव होने लगा. तेज हवाएं चलने लगीं. देखते ही देखते आंधी-तूफान आ गया. आसमान में धूल का गुबार उड़ने लगा. इस वजह से सड़कों पर गाड़ियों की रफ्तार थम गई. धूल का गुबार उड़ने से कई जगहों पर गाड़ियां एक-दूसरे से टकरा गईं. पेड़ तक सड़कों पर गिर गए. हालात इस कदर हो गए कि लोगों की जान पर बन गई. थोड़ी देर बाद जब बारिश हुई तो हालात सामान्य हुए और आसमान में धूल के गुबार दिखाई देना बंद हुआ.
फिलहाल घाटकोपर होर्डिंग हादसे में एफआईआर दर्ज कर ली गई है.पंत नगर पुलिस स्टेशन में ओनर भावेश भिड़े सहित कुछ अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले मेंआईपीसी 304 ,338 ,337 ,34 के तहत एफआईआर दर्ज हुई. मामले की जांच जारी है.
जिस वक्त ये हादसा हुआ, तब पेट्रोल पंप के पास 100 से अधिक लोग मौजूद थे. होर्डिंग के गिरने के बाद वहां चीख पुकार मच गई. स्थानिय पुलिस, फायर ब्रिगेड, NDRF की मदद से राहत और बचाओ का काम शरू किया गया, जो रात भर लगातार चलता रहा. तड़के 3 बजे तक होर्डिंग के अंदर दबे कुल 86 लोगों को निकालकर अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के लिए ले जाया गया. इस दौरान 14 लोगों की मौत हो गई है. वहीं 74 घायलों का इलाज चल रहा है, जिसमें कई लोगों की हालत चिंताजनक बनी हुई है. इसके अलावा 31 लोगों को उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है.