2017 में 'नर्मदा संवाद यात्रा' के दौरान दर्ज किया गया था फर्जी मुकदमा
फैसले के बाद सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने कहा कि आंदोलनकारियों को फर्जी प्रकरणों से डरना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नही। डॉ सुनीलम ने कहा कि गत 40 वर्षों के सार्वजनिक जीवन में यह देखने में आया है कि सरकारें आंदोलनकारियों से बातचीत करने की बजाय फर्जी मुकदमें लगाकर, भयभीत कर आंदोलन को कुचलने की कोशिश करती है। इसके बावजूद भी आंदोलनकारियों का संघर्ष जारी है और जारी रहेगा।