महासमुंद। जिले के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही हैं। यहां शिक्षा का बेहद बुरा हाल है। ज्यादा दूर जाने की जरुरत नहीं है, जिला मुख्यालय मे कलेक्टर कार्यालय से एक किलोमीटर और नगर पालिका महासमुन्द से 500 मीटर की दूरी पर स्थित महावीर शासकीय प्राथमिक शाला कुर्मी पारा महासमुन्द स्कूल का पूरा मैदान और सड़क नाली के गंदे पानी का तालाब बना हुआ है।
पानी की निकासी तक नहीं है, बच्चे घुटनों तक गन्दे कीचड़ और पानी मे चल कर स्कूल जा रहे हैं। इसी तरह जिले की कई स्कूलों की हालत बेहद जर्जर है, बच्चों के लिए बैठने के लिए जगह तक नहीं है। जिला मुख्यालय के स्कूल का ये हाल है तो आप गांव के स्कूलों का अंदाजा सहज लगा सकते हैं।
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आत्मानंद स्कूल के नाम पर लीपापोती भर कर रही है। जबकि जमीनी हकीकत जीरो है। गांव की सरकारी स्कूलों की हालत बेहद खराब है। कई स्कूलों में शिक्षक पढ़ाने तक नहीं जा रहे हैं। शिक्षा के नाम पर सिर्फ तुष्टीकरण किया जा रहा है । अब इस सरकार को बदलने की जरूरत है। आम आदमी पार्टी के केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली में शिक्षा के लिए जो काम किया है, वह जगजाहिर है ।
उनके बनाए हुए सरकारी स्कूल आज प्राइवेट स्कूलों को मात दे रहे हैं। वहाँ से पढ़े हुए बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर बन रहे हैं। आज दिल्ली की केजरीवाल सरकार अपने कुल बजट का 25% राशि शिक्षा पर खर्च कर रही है। ईमानदारी के कारण ही आज वहां पर शिक्षा की क्रांति आई है । यही बदलाव अब छत्तीसगढ़ में लाने की जरूरत है,आम आदमी पार्टी चेतावनी देती है शिक्षकों एवं भवनों तथा पहुंच मार्ग की कमी को तत्काल दूर करें अन्यथा आम आदमी पार्टी बच्चों और पालकों के साथ मिलकर धरना-प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगी।