संसद के कामकाज का राजनीतिकरण' किए जाने का आरोप लगाते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सोनिया गांधी के पत्र का जवाब दिया है. उनका कहना है कि जिन मुद्दों की चर्चा उन्होने खत में की है उनपर पहले ही संसद में चर्चा हो चुकी है.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के एक पत्र का जवाब दिया है. जोशी ने अपनी प्रतिक्रिया में सोनिया गांधी पर संसद के कामकाज का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया.
उन्होने कहा कि सोनिया गांधी की ओर से उठाए गए मुद्दों पर पहले ही चर्चा हो चुकी है. मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान सरकार ने उन सभी मुद्दों पर जवाब दिया था जिसे कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने उठाया है.
आपको बता दें कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आगामी विशेष संसद सत्र के संबंध में प्रधानमंत्री मोदी को नौ सूत्रीय पत्र लिखा है जिसका जोशी जवाब दे रहे थे.
अपने पत्र में, उन्होंने सत्र के एजेंडे का खुलासा करने में सरकार की विफलता का हवाला देते हुए नौ खास मुद्दों पर चर्चा का आह्वान किया
सोनिया गांधी ने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की कि सरकार ने इस मामले पर राजनीतिक दलों से परामर्श नहीं किया है। अपने खंडन में, मंत्री जोशी ने जोर देकर कहा कि सत्र स्थापित प्रक्रियाओं के अनुसार बुलाया गया था और आमतौर पर ऐसे सत्रों के लिए राजनीतिक दलों से पहले से परामर्श नहीं किया जाता था.