कोलकाता। पश्चिम बंगाल में आज त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान जारी है। हिंसा मुक्त और निष्पक्ष चुनाव कराने की पूरी कोशिश की जा रही है लेकिन इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है कि पश्चिम बंगाल का चुनावी इतिहास रक्तरंजित रहा है। जब सीधे धमकी देने के सारे विकल्प लगभग बंद हो गए तो इस बार सत्तारूढ़ पार्टी ने विरोधी पक्ष के उम्मीदवारों को धमकाने के लिए नए तरीके ढूंढ लिए है। कहीं पर किसी उम्मीदवार के घर के बाहर बम, कफन और चाकू रख दिए तो कहीं किसी पार्टी के झंडे पर बम और सफेद फूल और माला रख दिए गए।
एक महिला उम्मीदवार के घर के बाहर सफेद साड़ी, गीता, तुलसी का माला रख कर साइलेंट धमकी दी जा रही है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कहा, इसके लिए सीधे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा, जो हरा नहीं सकता वह केवल बदनाम कर सकता है।
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए शनिवार सुबह से ही मतदान जारी (Violence in WB Panchayat elections) है. इस दौरान राज्य में बीती रात से चुनाव संबंधी हिंसा ( Bengal ignited in violence) में 4 लोगों के मारे (4 killed) जाने की खबर है. पुलिस का कहना है कि राज्य के ग्रामीण इलाकों की 73,887 सीटों पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ जिसमे 5.67 करोड़ लोग लगभग 2.06 लाख उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे.
अधिकारियों के मुताबिक, कूचबिहार जिले के फलीमारी ग्राम पंचायत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पोलिंग एजेंट माधव बिस्वास की कथित तौर पर हत्या कर दी गई. भाजपा ने आरोप लगाया कि जब बिस्वास ने मतदान केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश की, तो तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के समर्थकों ने उन्हें रोका और विवाद बढ़ने पर उन्होंने बिस्वास की हत्या कर दी. वहीं तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों से इनकार किया है.
इसी के साथ उत्तर 24 परगना जिले के कदंबगाची इलाके में देर रात एक निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थक को पीट-पीटकर मार डाला गया. मृतक की पहचान 41 वर्षीय अब्दुल्ला के रूप में हुई है. हत्या के विरोध में स्थानीय लोगों ने तड़के ताकी रोड को जाम कर दिया, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया.
मुर्शिदाबाद जिले के भी कापासडांगा इलाके में देर रात चुनाव संबंधी हिंसा में एक टीएमसी कार्यकर्ता की मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि मृतक की पहचान बाबर अली के रूप में हुई है. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि मुर्शिदाबाद जिले के रेजीनगर और खारग्राम में उसके दो कार्यकर्ता और कूचबिहार जिले के तूफानगंज में एक अन्य कार्यकर्ता मारा गया है.
तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि नादिया जिले के नारायणपुर इलाके में पार्टी के एक उम्मीदवार के पति को माकपा समर्थकों ने गोली मारी है. हालांकि, विपक्षी दल ने इस आरोप से इनकार किया है.