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Seema Haider: नेपाली अधिकारी का बडा खुलासा, कहां सीमा हैदर ने जासूसी मदद से पार किया था बॉर्डर

 Seema Haider:  भारत नेपाल मैत्री बस सेवा सिर्फ भारत और नेपाल के नागरिकों को मिलने वाली वह सुविधा है जिसमें किसी तीसरे देश का कोई भी नागरिक इसका फायदा नहीं उठा सकता. लेकिन सीमा हैदर ने इस सेवा का फायदा तो उठाया ही, वहीं कई जगह पर झूठ बोलकर वह भारत में दाखिल हो गई. भारत नेपाल मैत्री बस सेवा के पोखरा में स्थित दफ्तर के निदेशक टीकाराम अधिकारी ने खुलासा किया और दावा किया कि कैसे भारत-नेपाल के बॉर्डर में चूक होती है. साथ ही बताया कि सीमा हैदर मामले की जांच होनी चाहिए.


नेपाली बस सर्विस के अधिकारी ने दावा करते हुए कहा कि ‘पाकिस्तानी महिला सीमा गुलाम हैदर बेहद चालाक है. उसे पता था कि वो पाकिस्तानी है और आसानी से भारत में दाखिल नही हो सकती है. इसलिए इसने एक बड़ा प्लान बनाया. उसके इस प्लान में कोई दूसरा भी शामिल था, जिसे नेपाल से भारत आने के सभी रूट की पूरी जानकारी थी. उसने सीमा को भी इस रूट के बारे में अच्छी तरह से समझाया था.’

सीमा हैदर को जासूसी मदद दी गई- नेपाल अधिकारी का खुलासा

पोखरा में भारत नेपाल मैत्री बस सेवा के सरकारी केंद्र के निदेशक टीकाराम अधिकारी ने खुलासा किया कि सीमा हैदर को जासूसी मदद दी गई. उन्होंने कहा कि ‘कोई था जिसने इस पूरे रूट में उसकी मदद की है ताकि वह भारत में दाखिल हो सके.

भारत नेपाल के लोगों को मिलने वाली सुविधा का सीमा हैदर ने पूरा फायदा उठाया. उसे पता था कि किस बॉर्डर पर कितनी सघन चेकिंग होती है और कहां से निकलना मुश्किल होता है. इसके लिए उसने काफी दिन से नजर रखनी शुरू की हो सकती है. जब वह नेपाल के पोखरा में पहुंची थी, तो वहां पर उसने अपना नाम तो गलत बताया ही, वहीं पहचान भी छिपाई.’

टीकाराम के मुताबिक भारत नेपाल सीमा से जुड़े कई बॉर्डर हैं जिनमें जोगमढ़ी, रक्सौल, एमजी रोड, सिद्धार्थ नगर, बनबसा, सुनौली जैसे कई बॉर्डर हैं जहां पर सख्त चैकिंग और इमिग्रेशन टीम है. जो लोग अवैध रुप से जा रहे हैं, वो किसी न किसी की मदद लेकर इस सेवा का फायदा उठा रहे हैं. इससे तो कोई भी तीसरे मुल्क का व्यक्ति आसानी से प्रवेश कर सकता है.

अधिकारी ने बताया कि अगर बस के पैसेंजर को चैक किया जाता, तो वो पकड़ी जाती. बॉर्डर से गई तो वहां चेकिंग नही हुई. जिस बॉर्डर से आसानी से लोग जाते हैं, वो सिद्धार्थ नगर का साका बॉर्डर है और सीमा हैदर उसी बॉर्डर का फायदा उठाकर निकली है. वैसे दूसरे बॉर्डर पर 3 तरह की चेकिंग होती है. पहले नेपाल, फिर भारत की एसएसबी और उसके बाद पुलिस की टीमें जांच करती हैं.

टीकाराम ने बताया कि सीमा हैदर 12 मई को नेपाल के काठमांडू होते हुए पोखरा पहुंची. रात किसी होटल में बिताकर सुबह वो सृष्टि बस सर्विस के दफ्तर में पहुंची. सीमा हैदर ने बस सर्विस के मैनेजर से लोकेशन मांग ली. जिसके बाद वो खुद को भारतीय नागरिक बताकर बिना आईडी दिखाए ही बॉर्डर पार करके भारत चली गई. अगर दूसरे बॉर्डर पर जल्द सख्ती नहीं हुई, तो ऐसे न जाने कितने लोग दूसरे देशों से नेपाल आकर इसका फायदा उठा लेंगे.

 

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