Gyanvapi Masjid Survey : एएसआई की टीम आज वाराणसी ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण कर रही है। दरअसल, 14 जुलाई को वाराणसी के चर्चित श्रृंगार गौरी-ज्ञानवापी मामले में मस्जिद का सर्वे कराने की याचिका पर सुनवाई पूरी हो गई थी. तब जिला जज ने ऑर्डर रिजर्व कर लिया था. 16 मई 2023 को चारों वादी महिलाओं की तरफ से हिंदू पक्ष ने एक प्रार्थनापत्र दिया था, जिसमें मांग की गई थी कि ज्ञानवापी मस्जिद के विवादित हिस्से को छोड़कर पूरे परिसर की ASI से जांच कराई जाए. इसी याचिका पर कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए इजाजत दी है.
12 और 14 जुलाई 2023 को व्यापक बहस में मुस्लिम पक्ष द्वारा घोर आपत्ति की गई थी. उन्होंने कहा था कि यदि ज्ञानवापी परिसर का पुरातत्व सर्वेक्षण होता है, तो ऐसी दशा में उत्खनन आदि से ज्ञानवापी के ढांचे को बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है. लिहाजा किसी भी प्रकार से ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर का पुरातात्विक सर्वे नहीं होना चाहिए. साथ ही इस मामले में हिंदू पक्ष के द्वारा साक्ष्य संकलन किया जा रहा है, जो कि विधि सम्मत नहीं है.
एएसआई को अपना सर्वेक्षण करने के बाद 4 अगस्त, 2023 को वाराणसी अदालत में एक रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा गया है. कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई भी उसी तारीख को होनी है. अदालत ने उस याचिका पर अपना फैसला सुनाया था, जिसमें ज्ञानवापी मस्जिद में कथित तौर पर मिले ‘शिवलिंग’ की उम्र निर्धारित करने के लिए कार्बन डेटिंग सहित वैज्ञानिक सर्वेक्षण की मांग की गई थी.
एके विश्वेश की अदालत ने बीते 21 जून को हिंदू पक्ष के एक समूह की उस याचिका को बरकरार रखा, जिसमें यह पता लगाने के लिए वैज्ञानिक सर्वेक्षण की मांग की गई थी कि क्या मस्जिद का निर्माण हिंदू मंदिर की जगह पर किया गया है. हालांकि, बैरिकेडेड ‘वज़ुखाना’ को इस सर्वेक्षण में शामिल नहीं किया जाएगा, जहां हिंदू पक्षों की तरफ से ‘शिवलिंग’ होने का दावा किया गया था.