Rajasthan विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व पर दबाव बनाने के लिए पार्टी नेता सचिन पायलट ने गुरुवार को अजमेर से पांच दिवसीय "जन संघर्ष यात्रा" की शुरुआत की। अपनी इस यात्रा के दौरान पायलट भ्रष्टाचार और पेपर लीक के मुद्दों पर पांच दिन में 125 किमी की दूरी तय करेंगे। इससे पायलट और गहलोत की तकरार और बढ़ सकती है। इसके अलावा सचिन पायलट के इस जन संघर्ष यात्रा का कांग्रेस भी समर्थन नहीं कर रही है।
हालांकि, सचिन पायलट ने कहा कि वसुंधरा राजे के कार्यकाल में लगातार भ्रष्टाचार हुआ। उस समय मैंने अध्यक्ष रहते हुए आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि जनता को हमने ये आश्वासन दिया कि सत्ता में आएंगे तो दूध का दूध पानी का पानी करेंगे। मैंने मौजूदा मुख्यमंत्री को 1.5 साल तक लगातार चिट्ठी लिखी कि वसुंधरा राजे सरकार के समय लगे आरोपी की जांच होनी चाहिए। परन्तु कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में लगातार पेपर लीक हुए। बात युवाओं के भविष्य की है। कौन-कौन लोग इस पेपर लीक के पीछे हैं मैंने ये बात उठाई थी। जांच पूरी हुई नहीं और कहा गया कि कोई अधिकारी कोई नेता इसमें शामिल नहीं है। Rajasthan
मुझे भी राजनीति में 20 साल से ज्यादा समय हो गया, हम पिछले 45 वर्षों से राजनीति में रहे, हमारे विरोधी भी हमारे ऊपर उंगली नहीं उठा सकते. हम बड़े-बड़े पदों पर रहे, एक फूटी कौड़ी का आरोप नहीं लगा. लेकिन हेमाराम पर भष्टाचार के आरोप लगाया जा रहा है. जो इंदिरा गांधी के लिए जेल गए, बाड़मेर में करोड़ों की जमीन दान कर दी. बच्चों के लिए हॉस्टल बनाया. Rajasthan