दरसअल, दुर्ग के स्मृतिनगर चौकी में सौरभ जैन ने चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 6 अप्रैल को पत्नी के साथ सौरभ अपनी पत्नी को ससुराल छोड़ने गए थे। रात में कांदबरी नगर घर वापस आये तो गेट और दरवाजे का लॉक टूटा हुआ था। अलमारी में रखे नगदी सहित सोने चांदी के जेवरात गायब थे। स्मृतिनगर चौकी में पीड़ित की शिकायत पर धारा 457, 380 के तहत अपराध दर्ज किया गया। दुर्ग पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और हुए जांच करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू की गई।
जांच के दौरान पता चला कि आरोपी बांग्लादेश के है और वर्तमान में पश्चिम बंगाल में नरेन्द्रपुर थाना क्षेत्र में रह रहे है। पुलिस की एक विशेष टीम गठित कर पश्चिम बंगाल रवाना की गई। नरेन्द्रपुर क्षेत्र से दोनों आरोपियों को पकड़ा गया। ट्रांजिट रिमांड लेकर दोनों को दुर्ग लाया गया।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 5-5 हजार देकर 15 लोग बंग्लादेश-भारत सीमा में लगे तार को काटकर बंगाल आये। यहां पर 15 सौ रुपए में आधार कार्ड बनवाया और फिर किराए से रहने लगे थे। दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनके गैंग में पांच लोग थे। सभी देश में घूम-घूम कर चोरी करते थे।
20 प्रतिशत कमीशन पर भेजते थे बांग्लादेश
चोरी के रुपयों को दलाल के माध्यम से बांग्लादेश भेजते थे। दलाल 20 प्रतिशत कमीशन पर चोरी की रकम को हवाला के जरिये बांग्लादेश पहुंचाया करता था। पुलिस इस मामले में आरोपियों से पूछताछ कर दलाल सहित अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
मामले में रुकन, निषाद और संजीत फरार है। गिरफ्तार आरोपियों में मोहम्मद हसमत 22 वर्ष मदारीपुर बांग्लादेश, अलताफ हुसैन 35 वर्ष बांग्लादेश शामिल है। कब्जे से पुलिस ने 29,500 रुपए जब्त किए हैं।