मरार पटेल समाज अनुकरणीय पहल करके करा रहा है विधवाओं का पुनर्विवाह
महासमुंद । एक समय था जब पुरूष प्रधान समाज में पति की मौत हो जाने पर सती प्रथा के चलते महिलाओं को चीता पर जिंदा जलने विवश किया जाता था। राजाराम मोहनराय ने सामाजिक क्रांति का सूत्रपात किया। सती प्रथा का अंत हुआ। अब महिलाएं पुरुषों की हर क्षेत्र में बराबरी कर रही हैं। सामाजिक न्याय की दिशा में मरार पटेल समाज अब नवाचार कर रहे हैं। विधवा बहुओं की पुनर्विवाह कर उनका घर बसा रहे हैं।
पटेल समाज के मीडिया प्रभारी महेन्द्र पटेल ने बताया कि शुक्रवार 10 फरवरी को मरार पटेल समाज ने ग्राम अक्षरीडीह में मोतीलाल पटेल और नांदगांवराज उपाध्यक्ष शिवकुमार पटेल ने अपने भतीजा स्वर्गीय भानु पटेल की विधवा माधुरी पटेल को बेटी मानते हुए ग्राम खोरपा अभनपुर राज निवासी विधुर अकुतराम पटेल के साथ सामाजिक जनों की उपस्थिति में
विधि विधान अनुसार पुनर्विवाह सम्पन्न कराया। जिसकी सर्वत्र सराहना हो रही है। भानु पटेल का कुछ साल पहले सड़क हादसा में निधन हो गया था। ज्ञात हो कि गत माह भी मरार पटेल समाज ने बसना में विधवा-विधुर का पुनर्विवाह सम्पन्न कराया था। साथ ही समाज के लोग लगातार विधवाओं का पुनर्विवाह कराने प्रयास कर रहे हैं। लोगों में जागरूकता ला रहे हैं।
इस मौके पर कोरासी निवासी नांदगांवराज अध्यक्ष तुकाराम पटेल, जीजामगांव राज अध्यक्ष बैसाखू पटेल, राजकुमार पटेल, संयोजक गोविंद पटेल, सचिव सुंदरलाल पटेल, वेदप्रकाश पटेल, गैंद लाल पटेल, डोमार पटेल, सदाराम पटेल, मंगल पटेल, कुमार पटेल, सोहन पटेल, दुर्गा प्रसाद पटेल, नाथूराम पटेल, लखन पटेल राजसेवक हेमन्त पटेल सहित बड़ी संख्या में अक्षरीडीह के मरार समाज लोगों की उपस्थिति रही।